वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के गोदामों में 'ऑनलाइन वेयरहाउस रिसीट' सेवा का शुभारंभ
जयपुर। 'ऑनलाइन वेयरहाउस रिसीट' से किसानों को त्वरित भुगतान होगा। राजस्थान के मुख्य सचिव डी.बी. गुप्ता ने गुरुवार, 14 नवम्बर 2019 को शासन सचिवालय में राजस्थान स्टेट वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के गोदामों में 'ऑनलाइन वेयरहाउस रिसीट' सेवा के शुभारंभ अवसर पर यह बात कही।
मुख्य सचिव ने कहा कि इससे किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीदे जाने वाली उपज के भुगतान में अनावश्यक देरी नहीं होगी और उपज की राशि समय पर मिल सकेगी।
राजस्थान स्टेट वेयरहाउसिंग कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक पवन कुमार गोयल ने बताया कि प्रदेश में राजफेड किसानों से एमएसपी पर उपज खरीदकर कॉर्पोरेशन के वेयरहाउस में रखती है। इसके बाद वेयरहाउस की रिसीट बनाई जाती है जो राजफेड के माध्यम से केन्द्रीय एजेंसी नेफेड को भेजी जाती है। उसके बाद नेफेड राजफेड को राशि जारी करता है और किसानों को भुगतान किया जाता है। वर्तमान में यह सारा कार्य मेनुअल प्रक्रिया से किया जाता है। 'ऑनलाइन वेयरहाउस रिसीट' सेवा के शुरू होने से रिसीट ऑनलाइन बनाई जाएगी जो तुरंत राजफेड और नेफेड के पास पहुँच जाएगी। इसमें समय व्यर्थ नहीं होगा और नेफेड शीघ्र राजफेड को राशि जारी कर देगा। इससे किसानों को भुगतान करने में अनावश्यक देरी नहीं होगी और उपज की राशि समय पर मिल सकेगी।
उल्लेखनीय है कि 'ऑनलाइन वेयरहाउस रिसीट' सेवा के सॉफ्टवेयर का निर्माण सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने 'राज सहकार प्रोजेक्ट' के सहकारी प्रबंधन प्रणाली के तहत किया है। इस अवसर पर नेफेड के प्रबंध संचालक सजीव कुमार चड्ढा, सहकारिता एवं कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव नरेशपाल गंगवार, सहकारिता विभाग के पंजीयक डॉ. नीरज कुमार पवन, कृषि विभाग के आयुक्त डॉ. ओमप्रकाश, राजफेड की प्रबंध निदेशक श्रीमती सुषमा अरोड़ा उपस्थित थे।