नयी दिल्ली। भारत और स्विट्जरलैंड जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग करेंगे। केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने इस सम्बन्ध में यहाँ बुधवार, 6 नवम्बर 2019 को अनुमति प्रदान की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने भारत और स्विट्जरलैंड के बीच जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग के बारे में समझौता ज्ञापन को स्वीकृति प्रदान की। इस समझौता ज्ञापन पर स्विट्जरलैंड में 13 सितंबर, 2019 को हस्ताक्षर हुए थे।
इस समझौता ज्ञापन से दोनों देशों के लागू कानूनों और कानूनी प्रावधानों को ध्यान में रखते हुए समानता, पारस्परिकता और आपसी लाभ के आधार पर दोनों देशों में पर्यावरण सुरक्षा और प्राकृतिक संसाधनों के प्रबंधन के क्षेत्र में नजदीकी और दीर्घकालीन सहयोग को स्थापित करने और बढ़ावा देने मदद मिलेगी। यह दोनों देशों के बीच जानकारी और प्रौद्योगिकी के आदान-प्रदान के द्वारा सार्वजनिक जवाबदेही बढ़ाएगा। इसके अलावा इससे बेहतर पर्यावरण सुरक्षा, बेहतर संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के बेहतर प्रबंधन तथा वन्यजीवन सुरक्षा/ संरक्षण स्थापित करने के लिए उपयुक्त नवीनतम प्रौद्योगिकियों और बेहतर प्रक्रियाएं उपलब्ध होने की उम्मीद है।
समझौते की मुख्य विशेषताएँ
समझौते में जलवायु परिवर्तन और स्थायी जल प्रबंधन के बारे में क्षमता निर्माण, सतत वन प्रबंधन, पहाड़ी क्षेत्रों का सतत विकास, पर्यावरणीय रूप से सतत और लचीला शहरी विकास, वायु, भूमि और जल प्रदूषण के मुद्दों से निपटना, स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा पर ध्यान देना, जलवायु परिवर्तन जोखिम प्रबंधन जैसे विषय शामिल हैं।
भारत और स्विट्जरलैंड जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण के क्षेत्र में तकनीकी सहयोग करेंगे