कश्मीर मामले पर भारत के कदम की आलोचना पर मेरा रूख कायम: महातिर मोहम्मद

Dr. Mahathir bin Mohamad the prime minister of Malaysia
कुआलालम्पुर। कश्मीर मामले पर भारत के कदम की आलोचना पर मेरा रूख कायम है। मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने मंगलवार, 22 अक्टूबर 2019 को यहाँ संसद के बाहर संवाददाताओं से यह बात कही।
भारतीय कारोबारियों द्वारा मलेशियाई पाम ऑयल के बहिष्कार के बावजूद प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने मंगलवार को कहा, 'हमने सोच-समझकर बयान दिया है और हम इस पर कायम हैं।' उन्होंने कहा, 'हम यह कह रहे हैं कि हम सभी को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों का पालन करना चाहिए अन्यथा संयुक्त राष्ट्र का क्या काम है?' महातिर मोहम्मद ने इस घटनाक्रम को दुनिया के सबसे बड़े पाम ऑयल उत्पादक एवं निर्यातक मलेशिया और इस साल इस जिंस के सबसे बड़े खरीदार भारत के बीच व्यापार युद्ध करार दिया है। दोनों देशों के बीच गतिरोध बढऩे की आशंका है।
कश्मीर पर महातिर के विवादास्पद बयान की वजह से भारत की प्रमुख वनस्पति तेल व्यापार संस्था सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) ने सोमवार को अपने सदस्यों से मलेशियाई पाम ऑयल की खरीदारी बंद करने को कहा था।
मलेशिया ने कहा कि वह भारत की प्रमुख वनस्पति तेल व्यापार संस्था द्वारा अपने सदस्यों को मलेशियाई पाम ऑयल की खरीदारी बंद करने के बयान पर गंभीरता से विचार करेगा। मलेशिया के उद्योग मंत्री टेरेसा कोक ने कहा, 'हालांकि हम मलेशियाई पाम ऑयल के संबंध में भारतीय सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन (एसईए) की चेतावनी से संबंधित धारणा को समझने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमारा मानना है कि यह हमारे प्रगतिशील संबंधों और कामकाजी रिश्तों की राह में एक बड़ा झटका है।'
मोहम्मद महातिर ने कहा कि मलेशिया एसईए द्वारा बहिष्कार के प्रभाव का अध्ययन करेगा और इन चिंताओं को दूर करने के उपायों पर विचार करेगा।
केंद्र सरकार ने इस व्यापारिक टकराव को लेकर फिलहाल कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया है। भारत ने अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए नवंबर 2018 और अगस्त 2019 के बीच मलेशिया से लगभग 50 लाख टन सीपीओ और आरबीडी (परिष्कृत, ब्लीच्ड और डियोडराइज्ड) या परिष्कृत पामोलीन का आयात किया। मलेशिया से भारत के पाम ऑयल आयात का देश की कुल वार्षिक माँग में लगभग 33 प्रतिशत का योगदान है। दोनों देशों के बीच 5 प्रतिशत के शुल्क अंतर की वजह से नवंबर 2018 और अगस्त 2019 के बीच भारत के कच्चे तेल आयात में अच्छी तेजी आई। लेकिन भारत ने आयात को नियंत्रित करने के प्रयास में 5 प्रतिशत का सुरक्षा शुल्क लगा दिया। मंगलवार को मलेशियाई पाम ऑयल वायदा में गिरावट दर्ज की गई।