भारत प्याज निर्यात से पाबंदी हटाये: टीपू मुंशी

Onions
गुवाहाटी। भारत प्याज निर्यात से पाबंदी हटाये। बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री टीपू मुंशी ने यहाँ मंगलवार, 22 अक्टूबर 2019 को भारत-बांग्लादेश संबद्ध पक्षों की बैठक में भारत से यह आग्रह किया।
टीपू मुंशी ने कहा कि पड़ोसी देश होने के नाते भारत प्याज निर्यात से यथाशीघ्र पाबंदी हटाए। इसके कारण आपूर्ति प्रभावित होने के कारण बांग्लादेश में प्याज के दाम में उछाल आया है। टीपू मुंशी ने भारत सरकार से मानवीय आधार पर मामले पर ध्यान देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि प्याज के ऊँचे दाम के कारण लोगों पर असर पड़ रहा है।
श्री मुंशी ने कहा, ''हमारे पास 6 लाख टन प्याज की कमी है। इसमें से 80 प्रतिशत भारत से आता है। भारत से प्याज निर्यात पर पाबंदी के कारण कीमतों में उछाल आया है और लोग यह पूछ रहे हैं कि इसमें कब कमी आएगी।'' ज्ञात हो कि भारत ने घरेलू बाजार में प्याज की आपूर्ति बढ़ाने और बढ़ते दामों को नियंत्रण में रखने के लिये हाल ही में प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगायी थी।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने दिल्ली में 4 अक्टूबर को भारत-बांग्लादेश व्यापार मंच को संबोधित करते हुए निर्यात पाबंदी के बाद देश को हो रही कठिनाइयों का उल्लेख किया था। उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा था कि उन्होंने अपने रसोइये से खाने में प्याज का उपयोग नहीं करने को कहा है। बांग्लादेश के वाणिज्य मंत्री ने कहा कि दक्षिण एशिया में अधिकतर पड़ोसी देश खाद्य सुरक्षा के लिये भारत से आयात पर निर्भर हैं और जरूरी सामान यहाँ से आयात करते हैं। उन्होंने कहा, ''मैंने इस बारे में वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से बात की। उन्होंने कहा कि भारत महाराष्ट्र चुनावों के बाद पाबंदी हटाने की कोशिश करेगा। हम उसका इंतजार कर रहे हैं।''
टीपू मुंशी ने उम्मीद जतायी कि भारत समय रहते इस प्रकार के निर्णय के बारे में जानकारी देगा ताकि वे वैकल्पिक स्रोतों से प्रतिस्पर्धी मूल्य खाद्य पदार्थों को लेने के लिये जरूरी तैयारी कर सके। दोनों देशों के बीच व्यापार के बारे में उन्होंने कहा कि भारत, बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदारी है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। दोनों देशों के बीच पिछले 10 साल में व्यापार काफी बढ़ा है। 2010-11 में यह 5.08 अरब डॉलर था जो 2018-19 में बढ़कर 8.9 अरब डॉलर पहुँच गया।