गुना शहर में घर पहुंचाई जा रही हैं जैविक सब्जियाँ
गुना, सोमवार, 26 अगस्त 2019। परियोजना संचालक (आत्मा) किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, गुना द्वारा एक 'सुरक्षित एवं जैविक उत्पाद' नाम से नवाचार कार्यक्रम प्रारंभ किया गया है।
कार्यक्रम के प्रथम चरण में विकासखण्ड गुना के ग्राम दुनाई, तरावटा, चक सकतपुर एवं बमौरी विकासखण्ड के ग्राम भटौदिया व कंचनपुरा में आजिविका मिशन के समन्वय से 16 कृषकों का समूह तैयार किया गया है। इन कृषकों के यहाँ कृषि विभाग द्वारा मिले मार्गदर्शन से जैविक विधि से सब्जियों को उगाने की शुरूआत की गई है। तत्पश्चात् ताजी सब्जियाँ गुना में एक स्थान पर एकत्रित कर उपभोक्ताओं के घर तक पहुँचाने की व्यवस्था सप्ताह में दो दिन सोमवार और शुक्रवार को की गई है। इन सब्जियों में रासायनिक कीटनाशक या हानिकारक रंगों का उपयोग नहीं किया जाता है। इन्हें ना ही गंदे पानी में तैयार किया जाता या धोया जाता है, इसलिए यह सब्जियाँ मानव शरीर के लिये लाभदायक एवं स्वास्थ्यवर्धक हैं। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सब्जियों पर कीटनाशक के दुष्प्रभावों के बारे में कृषकों को जागरूक करना है। साथ ही किसानों को बिचौलियों से बचाकर, कमीशनखोरी रोककर किसानों को उनके उत्पादन का अच्छा मूल्य उपलब्ध कराना है।
इस नवाचार के तहत गत दिवस जैविक उत्पाद लौकी, करेला, गिलकी, खीरा और रमास कुल 48 किलो वाट्सअप ग्रुप पर उपभोक्ताओं की माँग अनुसार उनके घर तक पहुँचाया गया है। चूंकि सब्जियों को उगाने के लिये तीन से चार माह का समय लगता है। शुरूआत में कुछ सब्जियों के साथ कार्यक्रम को शुरू किया गया है। धीरे-धीरे समयानुसार जैविक सब्जियों को उगाकर विभिन्न प्रकार की सब्जियाँ उपलब्ध कराई जाएगी। जैविक उत्पाद के इच्छुक उपभोक्ता मोबाइल नंबर 9977819060, 9893720428, 9479804725, 9131201097 या 7000314636 पर संपर्क कर सकते हैं और घर बैठे जैविक सब्जियाँ प्राप्त कर सकते हैं।
कलेक्टर ने की प्रशंसा, कहा जैविक प्रमाणीकरण करवाएं
परियोजना संचालक (आत्मा) द्वारा यह जानकारी दिए जाने पर कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए लोगों को स्वास्थ्य की दृष्टि से जैविक उत्पाद कार्य को प्रोत्साहित करने पर बल दिया। उन्होंने जैविक उत्पादों के आवश्यक प्रमाणीकरण हेतु कृषकों को विभागीय सहयोग करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि संबंधित किसानों को अच्छा बाजार मिले और इसमें कोई बिचौलिया भी नहीं रहे, इस उद्देश्य से उन्होंने जिला प्रबंधक ई-गवर्नेंन्स को एप बनाने का निर्देश दिया। कलेक्टर ने आजीविका मिशन ग्रामीण को निर्देशित किया कि जैविक उत्पाद करने वाले कृषकों को प्रोत्साहित करने हेतु उन्हीं का स्व-सहायता समूह बनावाएं ताकि बड़ी मात्रा में जैविक उत्पाद के लिए उन्हें कार्यशील पूंजी दिलाई जा सके।
गुना शहर में घर पहुंचाई जा रही हैं जैविक सब्जियाँ