खरीफ फसल सत्र 2020-21 के लिए धान की अनुमानित खरीद 495.37 लाख मीट्रिक टन रहने की उम्मीद

Paddy Rice Dhan Seed
नयी दिल्ली। खरीफ फसल विपणन सत्र 2020-21 के दौरान, 495.37 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद का अनुमान लगाया गया है, जो वर्ष 2019-20 के 416 लाख मीट्रिक टन के खरीद अनुमान से 19.07 प्रतिशत अधिक है। उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, भारत सरकार के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग (डीएफपीडी) द्वारा सोमवार, 14 सितंबर 2020 को आधिकारिक तौर पर यह जानकारी दी गयी।
बताया गया कि खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग, भारत सरकार के सचिव ने खरीफ विपणन सत्र 2020-21 की खरीद व्यवस्थाओं पर विचार-विमर्श हेतु 11 सितंबर 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राज्य के खाद्य सचिवों की एक बैठक की अध्यक्षता की थी। जिसके बाद खरीफ फसल विपणन सत्र 2020-21 के दौरान, 495.37 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) धान की खरीद का अनुमान लगाया गया है, जो वर्ष 2019-20 के 416 लाख मीट्रिक टन के खरीद अनुमान से 19.07 प्रतिशत अधिक है। खरीफ विपणन सत्र 2019-20 में धान की वास्तविक खरीद 420.22 लाख मीट्रिक टन थी, जो एक रिकॉर्ड खरीद रही।
विभाग के सचिव ने बताया कि खरीफ विपणन सत्र 2020-21 के दौरान, तमिलनाडु और महाराष्ट्र के खरीद अनुमानों में 100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है जबकि मध्य प्रदेश, तेलंगाना, बिहार और झारखंड में केएमएस 2019-20 की तुलना में 50 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। चावल की अनुमानित खरीद के मामले में अग्रणी राज्य पंजाब (113 एलएमटी), छत्तीसगढ़ (60 एलएमटी), तेलंगाना (50 एलएमटी), हरियाणा (44 एलएमटी), आंध्र प्रदेश (40 एलएमटी), उत्तर प्रदेश (37 एलएमटी) और ओडिशा (37 एलएमटी) हैं।
कोविड-19 के मद्देनजर, डीओएफपीडी के सचिव ने सभी राज्यों से अनुरोध किया कि वह खरीद कार्यों के दौरान सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाऐं। बैठक के दौरान खाद्य राजसहायता से संबंधित राज्यों के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई।