5 माह के विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे
विगत तीन माह को जोड़कर करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे
नयी दिल्ली, मंगलवार, 30 जून 2020। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार अब दीवाली और छठ पूजा तक, यानी नवंबर महीने के आखिर तक कर दिया गया है। 80 करोड़ गरीब लोगों को नि:शुल्क अनाज देने वाली ये योजना, अब जुलाई से लेकर नवंबर माह तक लागू रहेगी। केन्द्र सरकार द्वारा इन 5 महीनों के लिए, 80 करोड़ से अधिक गरीब भाई-बहनों को हर महीने, परिवार के हर सदस्य को 5 किलो गेहूँ या चावल नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा और साथ ही प्रत्येक परिवार को हर महीने एक किलो चना भी नि:शुल्क दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज शाम 4 बजे राष्ट्र को दिए गए वीडियो संदेश में इस बात की घोषणा की।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के इस विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे। अगर इसमें पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो ये करीब-करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये हो जाता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि जुलाई से धीरे-धीरे त्योहारों का माहौल बनने लगता है। अभी 5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा है, फिर सावन शुरू हो रहा है। फिर 15 अगस्त आएगी, रक्षाबंधन आएगा, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आएगी, गणेश चतुर्थी आएगी, ओणम होगा। और आगे जाएं तो काटी बीहू है, नवरात्रि है, दुर्गापूजा है, दशहरा है, दीपावली है, छठी मइया की पूजा है। त्योहारों का ये समय, जरूरतें भी बढ़ाता है, खर्चे भी बढ़ाता है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि जुलाई, अगस्त, सितम्बर, अक्टूबर और नवम्बर माह तक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना लागू रहेगी।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान देश की सर्वोच्च प्राथमिकता रही, कि ऐसी स्थिति न आए कि किसी गरीब के घर में चूल्हा न जले। केंद्र सरकार, राज्य सरकारें और नागरिक समाज सभी ने पूरा प्रयास किया कि इतने बड़े देश में हमारा कोई गरीब भाई-बहन भूखा न सोए। देश हो या व्यक्ति, समय पर निर्णय लेने से, संवेदनशीलता से निर्णय लेने से, किसी भी संकट का मुकाबला करने की शक्ति बढ़ जाती है। इसलिए, लॉकडाउन होते ही सरकार, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना लेकर आई। इस योजना के तहत गरीबों के लिए पौने दो लाख करोड़ रुपये का पैकेज दिया गया।
श्री मोदी ने कहा कि बीते तीन महीनों में 20 करोड़ गरीब परिवारों के जनधन खातों में सीधे 31 हजार करोड़ रुपये जमा करवाए गए हैं। इस दौरान 9 करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खातों में 18 हजार करोड़ रुपये जमा हुए हैं। इसके साथ ही, गाँवों में श्रमिकों को रोजगार देने के लिए, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान तेज गति से आरम्भ कर दिया गया है। इस पर सरकार 50 हजार करोड़ रुपये खर्च कर रही है।
उन्होंने कहा कि दुनिया के लिए यह आश्चर्य का विषय रहा कि कोरोना से लड़ते हुए भारत में, 80 करोड़ से अधिक लोगों को 3 महीने का राशन, यानी परिवार के हर सदस्य को 5 किलो गेहूँ या चावल नि:शुल्क दिया गया। इसके अतिरिक्त प्रति परिवार हर महीने एक किलो दाल भी नि:शुल्क दी गई। एक तरह से देखें तो, अमेरिका की कुल जनसंख्या से ढाई गुना अधिक लोगों को, ब्रिटेन की जनसंख्या से 12 गुना अधिक लोगों को, और यूरोपियन यूनियन वाले देशों की आबादी से लगभग दोगुने से अधिक लोगों को केन्द्र की सरकार ने नि:शुल्क अनाज दिया है।