गरीब, पीड़ित, शोषित, वंचित हर किसी को सशक्त करने के लिए केन्द्र सरकार निरंतर काम करेगी
नयी दिल्ली, मंगलवार, 30 जून 2020। हर गरीब के साथ ही किसानों और करदाताओं का हृदय से अभिनंदन और उन्हें नमन। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज शाम 4 बजे राष्ट्र को दिए गए वीडियो संदेश में इस आशय के विचार व्यक्त किए।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का विस्तार नवंबर महीने के आखिर तक किए जाने की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 80 करोड़ गरीब लोगों को नि:शुल्क अनाज देने वाली ये योजना, अब जुलाई से लेकर नवंबर माह तक लागू रहेगी। केन्द्र सरकार द्वारा इन 5 महीनों के लिए, 80 करोड़ से अधिक गरीब भाई-बहनों को हर महीने, परिवार के हर सदस्य को 5 किलो गेहूँ या चावल नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा और साथ ही प्रत्येक परिवार को हर महीने एक किलो चना भी नि:शुल्क दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज गरीब को, जरूरतमंद को, सरकार अगर नि:शुल्क अनाज दे पा रही है तो इसका श्रेय दो वर्गों को जाता है। पहला, हमारे देश के मेहनती किसान, हमारे अन्नदाता और दूसरा, हमारे देश के ईमानदार करदाता। किसानों के परिश्रम और समर्पण के कारण ही देश यह मदद कर पा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों ने देश का अन्न भण्डार भरा है, इसलिए आज गरीब का, श्रमिक का चूल्हा जल रहा है।
प्रधानमंत्री ने करदाताओं के लिए कहा कि आपने ईमानदारी से कर भरा है, अपना दायित्व निभाया है, इसलिए आज देश का गरीब, इतने बड़े संकट से मुकाबला कर पा रहा है। मैं आज हर गरीब के साथ ही, देश के हर किसान, हर करदाता का हृदय से बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूँ, उन्हें नमन करता हूँ।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के इस विस्तार में 90 हजार करोड़ रुपये से अधिक खर्च होंगे। अगर इसमें पिछले तीन महीने का खर्च भी जोड़ दें तो ये करीब-करीब डेढ़ लाख करोड़ रुपये हो जाता है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि जुलाई से धीरे-धीरे त्योहारों का माहौल बनने लगता है। अभी 5 जुलाई को गुरु पूर्णिमा है, फिर सावन शुरू हो रहा है। फिर 15 अगस्त आएगी, रक्षाबंधन आएगा, श्रीकृष्ण जन्माष्टमी आएगी, गणेश चतुर्थी आएगी, ओणम होगा। और आगे जाएं तो काटी बीहू है, नवरात्रि है, दुर्गापूजा है, दशहरा है, दीपावली है, छठी मइया की पूजा है। त्योहारों का ये समय, जरूरतें भी बढ़ाता है, खर्चे भी बढ़ाता है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि जुलाई, अगस्त, सितम्बर, अक्टूबर और नवम्बर माह तक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना लागू रहेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में हम अपने प्रयासों को और तेज करेंगे। हम गरीब, पीड़ित, शोषित, वंचित हर किसी को सशक्त करने के लिए निरंतर काम करेंगे।
उल्लेखनीय है कि 16 जून 2020 तक केंद्रीय पूल के लिए सरकारी एजेंसियों द्वारा किसानों से गेहूँ की कुल खरीद 382 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) तक की जा चुकी है जो अब तक का शीर्षतम रिकॉर्ड है। इसके पूर्व वर्ष 2012-13 के दौरान 381.48 एलएमटी गेहूँ की खरीद की गई थी। इस रिकार्ड का विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि कोविड-19 महामारी के कठिनाइयों भरे समय के दौरान खरीद की गई, जब पूरे देश में लॉकडाउन था। पहले लॉकडाउन के कारण खरीद शुरू होने में एक पखवाड़े की देरी हुई और अधिकतर गेहूँ अधिशेष वाले राज्यों में 1 अप्रैल के मानक समय के विपरीत 15 अप्रैल से खरीद शुरु की गई। इस वर्ष पारंपरिक मण्डियों के अलावा सभी संभावित स्थानों में खरीद केंद्र खोलकर खरीद केंद्रों की संख्या 14,838 से बढ़ाकर 21,869 कर दी गई।
गेहूँ की खरीदी लाख मीट्रिक टन में
क्र. राज्य का नाम मात्रा
1. मध्य प्रदेश 129
2. पंजाब 127
3. हरियाणा 74
4. उत्तर प्रदेश 32
5. राजस्थान 19
6. अन्य 01
कुल गेहूँ खरीद 382
धान की खरीदी लाख मीट्रिक टन में
क्र. राज्य का नाम मात्रा
1. तेलंगाना 64
2. आंध्र प्रदेश 31
3. ओडिशा 14
4. तमिलनाडु 04
5. केरल 04
6. अन्य 02
कुल धान खरीदी 119
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