रायसेन, गुरुवार, 14 मई 2019। कोविड-19 कोरोना विषाणु के कारण लॉकडाउन अवधि के दौरान रायसेन जिले के कृषकों के लिए रायसेन जिले में कृषि विज्ञान केंद्र, रायसेन के डॉ. स्वप्निल दुबे व अन्य वैज्ञानिकों द्वारा अनाज व बीज भण्डारण के लिए कृषकों को तकनीकी सलाह दी जा रही है। जिले में रबी फसलों (गेहूँ, चना, मसूर, तिवड़ा, सरसों, अलसी) आदि की कटाई व गहाई का कार्य पूर्ण हो चुका हैयदि अनाज व बीज का सही भण्डारण ना हो तो 10 से 15 प्रतिशत तक नुकसान आता है।
भण्डारण के दौरान खपरा बीटल, सुरेही, चावल का घुन, दालों का डोरा, व चूहा आदि बहुत अधिक नुकसान पहुँचाते है।
भंडारित अनाज व बीज को सूर्य के प्रकाश में अच्छी तरह से सुखा लें ताकि नमी की मात्रा 10 प्रतिशत से अधिक न हो।
भण्डारित करने वाले अनाज व बीज की साफ-सफाई कर लें क्योंकि टूटे हुये अनाज में फफूँद के संक्रमण की सम्भावना रहती है।
भण्डारण पूर्व पक्का भंडार गृह एवं धातु की कोठियों को साफ-सुथरा एवं कीट मुक्त कर लें।
भण्डार गृह में पक्षियों व चूहों के आने-जाने के रास्ते बंद कर दें।
भण्डार गृह में तापमान व हवा का उचित प्रबंध होना चाहिए।
भण्डार गृह को मैलाथियान का घोल 3 लीटर प्रति 100 वर्ग मीटर की दर से धुलवाना चाहिए।
भण्डारण हेतु नये बोरों का उपयोग करें तथा पुराने बोरों को मैलाथियान या नीम की पत्तियों के पानी में डुबाकर, सुखाकर उपयोग करें।
भण्डार गृह की दीवारों व फर्श पर यदि दरार हो तो उसे सीमेंट या ईट के बुरादे से बंद कर दें।
भण्डार गृह में भण्डारण के समय फर्श पर लकड़ी की तख्त या बांस पर तिरपाल बिछाकर दीवार से 1.5-2 फीट जगह छोड़कर बोरियां रखें।
बोरियों को दीवार से सटाकर न रखे व बोरियों का ढेर 6 गुना & 6 गुना मीटर से अधिक न हो।
भण्डारित अनाज व दालों में कड़वा नीम तेल, लहसुन की पत्तियों को रखें।
कीट व फफूँद के रासायनिक प्रबंधन हेतु एल्युमीनियम फॉस्फाइड 7 गोली प्रति 1,000 घन मीटर दर से प्रयोग करें या ई.डी.बी. एम्पूल 20 एम.एल. एम्पूल प्रति घन मीटर की दर से प्रयोग करें।
भण्डार गृह में चूहों से बचाव हेतु 20 ग्राम जिंक फॉस्फाइड 1 किलोग्राम आटा व 20 ग्राम खाने का मीठा तेल का उपयोग कर विषयुक्त चुग्गा तैयार कर उसे भण्डार गृह में रखें।
डॉ. स्वप्निल दुबे, वरिष्ठ वैज्ञानिक व प्रमुख, कृषि विज्ञान केन्द्र, ग्राम नकतरा, डाकघर बनखेड़ी, राष्ट्रीय राजमार्ग 86 विस्तार, रायसेन-सागर मार्ग, जिला रायसेन - 464 551 (मध्यप्रदेश)
लॉकडाउन की अवधि दौरान कृषकों को भण्डारण की तकनीकी सलाह