प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया 'ई-ग्राम स्वराज' पोर्टल व एप तथा 'स्वामित्व' योजना का शुभारंभ
पंचायत व्यवस्था मजबूत तो लोकतंत्र मजबूत
लोकतंत्र मजबूत तो विकास का लाभ, आखिरी छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुँचेगा
कोई भी व्यक्ति अपनी ग्राम पंचायत में हो रहे कामकाज की जानकारी रख पाएगा
सवा लाख से अधिक पंचायतों तक ब्रॉडबैंड पहुँचा
कॉमन सर्विस सेंटरों की संख्या भी तीन लाख को पार कर रही
नई दिल्ली। मजबूत पंचायतें आत्मनिर्भर गाँव का आधार हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार, 24 अप्रैल 2020 को राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर देशभर की ग्राम पंचायतों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यह बात कही।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'ई-ग्राम स्वराज' नामक एक एकीकृत पोर्टल एवं ई-ग्राम स्वराज एप और 'स्वामित्व' नामक नई केंद्रीय योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज तथा कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर उपस्थित रहे।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि पंचायती राज दिवस, गाँव तक सुराज पहुँचाने के हमारे संकल्प को दोहराने का भी मौका होता है। भारत को आत्मनिर्भर बनना चाहिए, ये विचार सदियों से रहा है लेकिन आज बदली हुई परिस्थितियों ने, हमें फिर ये याद दिलाया है कि आत्मनिर्भर बनो। हमारे देश की ग्राम पंचायतों की इसमें बहुत बड़ी भूमिका है।
मजबूत पंचायतें, आत्मनिर्भर गाँव का भी आधार हैं। और इसलिए पंचायत की व्यवस्था जितनी मजबूत होगी, उतना ही लोकतंत्र भी मजबूत होगा और उतना ही विकास का लाभ, आखिरी छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुँचेगा।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि इसी सोच के साथ सरकार ने पंचायती राज से जुड़ी व्यवस्थाओं को, मूलभूत सुविधाओं को, आधुनिक बनाने के लिए निरंतर काम किया है। वरना 5-6 साल पहले एक दौर वो भी था जब देश की सौ से भी कम पंचायतें ब्रॉडबैंड से जुड़ी थीं। अब सवा लाख से अधिक पंचायतों तक ब्रॉडबैंड पहुँच चुका है। इतना ही नहीं, गाँवों में कॉमन सर्विस सेंटरों की संख्या भी तीन लाख को पार कर रही है।
श्री मोदी ने कह कि सरकार ने भारत में ही मोबाइल बनाने का जो अभियान चलाया हुआ है, उसी का नतीजा है कि आज गाँव-गाँव तक कम कीमत वाले स्मार्टफोन पहुँच चुके हैं। ये जो आज इतने बड़े पैमाने पर वीडियो कॉन्फ्रेंस हो रही है, इसमें इन सभी बहुत बड़ा योगदान है।
उन्होंने कहा कि गाँव के ढांचे को मजबूत करने के लिए, शहरों और गाँवों में दूरी को कम करने के लिए, आज सरकार द्वारा दो बड़े कार्यक्रम और शुरु किए गए हैं। एक है, ई-ग्राम स्वराज पोर्टल और उसके एप की लॉन्चिंग और दूसरा है स्वामित्व योजना की शुरुआत।
ई-ग्राम स्वराज यानी एक प्रकार से ग्राम पंचायतों के संपूर्ण डिजिटलीकरण की तरफ एक बड़ा कदम है। ये भविष्य में, ग्राम पंचायत के अलग-अलग कामों का लेखाजोखा रखने वाला सिंगल प्लेटफॉर्म बनेगा। अब अलग-अलग एप्लीकेशंस में अलग-अलग काम करने की जरूरत आपको नहीं पड़ेगी। इस पोर्टल पर, इस एप पर, पंचायत के विकास कार्य की विस्तृत जानकरी से लेकर उसके लिए तय फंड और उसके खर्च से जुड़ी तमाम जानकारियां रहेंगी। इसके जरिए अब कोई भी व्यक्ति अपनी ग्राम पंचायत में हो रहे कामकाज की जानकारी रख पाएगा।
इससे ग्राम पंचायतों में पारदर्शिता भी बढ़ेगी, रिकॉर्ड रखने का काम भी अधिक सरल होगा और योजना की तैयारी से लेकर पूर्ण होने की प्रक्रिया भी तेज होगी। आप कल्पना कर सकते हैं, ई-ग्राम स्वराज के माध्यम से आप सभी को कितनी बड़ी शक्ति मिलने जा रही है।
योजनाओं के शुभारंभ से पूर्व स्वागत भाषण में केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा, ''जमीनी स्तर पर विकास को गति प्रदान करने में पंचायती राज संस्थाओं का विशेष योगदान रहा है। स्थानीय प्रशासन की महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में ग्रामीण भारत को पंचायतों द्वारा नेतृत्व प्रदान किया जा रहा है। इस कार्य में सफलता वर्तमान समय में आधुनिक प्रौद्योगिकी के अधिकतम उपयोग से मिल सकती है।''
उन्होंने कहा कि पारदर्शिता के साथ हम काम कर सकें इस दृष्टि से ई-स्वराज पोर्टल का शुभारंभ किया जा रहा है। 'ई-ग्राम स्वराज' में पंचायत स्तर पर नियोजन, अनुश्रवण, वित्त प्रबंधन तथा ऑडिट की सुविधा उपलब्ध है।
उल्लेखनीय है कि इस पोर्टल के माध्यम से देशभर की ग्राम पंचायतों के सरपंच, पंच, सचिव की जानकारी। जनगणना 2011 के अनुसार गाँवों की जानकारी। गाँवों में चल रही योजनाओं की जानकारी, उनकी प्रगति, निगरानी व कार्यान्वयन की जानकारी और सार्वजनिक व्यय की जानकारी भी इस पोर्टल द्वारा प्राप्त हो सकेगी। जीपीडीपी और मिशन अन्त्योदय योजना सहित सभी योजनाओं के बारे में नियमित डेटा एंट्री की जाएगी जिससे वास्तविक समय में सारी जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
पोर्टल के अलावा यह सारी जानकारी ईग्रामस्वराज एप के माध्यम से आप मोबाईल पर भी देख सकेंगे। भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए ई-ग्राम स्वराज पोर्टल अर्थात् वेबसाईट और मोबाईल एप्लीकेशन एप में भारत की सभी ग्राम पंचायतों के बारे में सारी जानकारियाँ प्राप्त होंगी।