गुना। यूरिया के छोटे दाने की अपेक्षा बड़ा दाना अधिक लाभप्रद है क्योंकि यूरिया का बड़ा दाना पानी में धीरे-धीरे घुलता है। जिससे नाइट्रोजन की उपलब्धता पौधों में अधिक समय तक बनी रहती है। उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास द्वारा गुरुवार, 14 नवम्बर 2019 को यह जानकारी दी गई।
उन्होंने कहा कि कोई भी पौधा एक साथ अधिक मात्रा में नाइट्रोजन ग्रहण नहीं कर पाता है। यूरिया का बड़ा दाना पानी में धीरे-धीरे घुलता है, जिससे नाइट्रोजन की उपलब्धता पौधों में अधिक समय तक बनी रहती है।
उप संचालक ने कहा कि छोटे एवं बड़े दाने वाले यूरिया में नाइट्रोजन का प्रतिशत समान रूप से 46 प्रतिशत पाया जाता है। कृषकों में गलत धारणा के कारण छोटे दानेदार यूरिया पसंद किया जाता है, जबकि बड़ा दानेदार यूरिया अधिक लाभप्रद है।
उन्होंने कहा कि यूरिया उर्वरक का उपयोग गेहूँ फसल में प्रथम सिंचाई बुआई के 21 से 25 दिन बाद एवं द्वितीय सिंचाई बुआई के 40 से 50 दिन बाद की अवस्था में ही अधिकांशत: उपयोग किया जाता है।
उन्होंने कहा कि रबी 2019-20 के लिए माँग अनुसार यूरिया उर्वरक उपलब्ध कराया जाएगा। यूरिया की जिले में अनुपलब्धता की अफवाहों पर ध्यान न दें। यूरिया पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि जिले के म.प्र. राज्य सहकारी विपणन संघ के सभी डबल लॉक केन्द्रों पर भी कृषक भाईयों को नगदी में यूरिया उपलब्ध कराया जा रहा है।
यूरिया के छोटे दाने की अपेक्षा बड़ा दाना अधिक लाभप्रद: उप संचालक कृषि