चंडीगढ़। तंदुरुस्त पंजाब मिशन से पंजाब में कीटनाशकों का उपयोग घटा है। तंदुरुस्त पंजाब मिशन के निदेशक और पंजाब के कृषि सचिव कहान सिंह पन्नू ने शनिवार, 16 नवम्बर 2019 को यह बात कही।
श्री पन्नू ने कहा कि तंदुरुस्त पंजाब मिशन के माध्यम से राज्य में कृषि रसायानों के गैर-जरूरी उपयोग पर नियंत्रण करने में खासी मदद मिली है। इससे कृषि लागत खर्च में 355 करोड़ रुपये की बचत करने में मदद मिली है। के.एस. पन्नू ने कहा कि खरीफ सत्र 2018 के दौरान कीटनाशकों की औसत खपत 3,838 टन टेक्नीकल गे्रड रही है, जिसका मूल्य करीब 2,000 करोड़ रुपये से अधिक है। उन्होंने बताया कि खरीफ सत्र 2019 में कीटनाशकों के उपयोग में 35 प्रतिशत कमी आई है। इनमें खरपतवारनाशक एवं कवकनाशक के उपयोग में दर्ज कमी भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि कीटनाशकों के गैर-जरूरी उपयोग में भारी कमी से किसानों को 355 करोड़ रुपये की बचत हुई है। उन्होंने इसका श्रेय तंदुरुस्त मिशन पंजाब के किसानों को जागरूक बनाने के तमाम उपायों को दिया। इस मिशन का उद्घाटन राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किया था। राज्य के कृषि विभाग ने कीटनाशकों के गैर-जरूरी उपयोग के नुकसान से किसानों को अवगत कराने में अहम भूमिका निभाई।
श्री पन्नू ने कहा कि कपास और बासमती चावल की खेती में कीटनाशकों के उपयोग पर खासा जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि किसानों को केवल उच्च गुणवत्ता वाले कीटनाशक उपलब्ध कराने के लिए विशेष जोर दिया गया। इसके साथ निम्न गुणवत्ता वाले कीटनाशकों का उपयोग रोकने के लिए राज्य सरकार ने जमकर अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि खरीफ सत्र 2019 में यूरिया के उपयोग में करीब 2 लाख टन कमी आई है।
तंदुरुस्त पंजाब मिशन से घटा कीटनाशकों का उपयोग, किसानों को 355 करोड़ रुपये की बचत हुई: के.एस. पन्नू