बालाघाट, बुधवार, 20 नवम्बर 2019। उच्च गुणवत्ता एवं अधिक उत्पादन के लिए समय पर फसल की कटाई का महत्वपूर्ण योगदान होता है। फसल कटाई के समय मजदूरी अधिक होने एवं मौसम की अनिश्चितता के कारण किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। इसलिए मशीनों से कटाई करना आवश्यक हो जाता है जिससे कि कम लागत में कटाई का काम समय से हो सके ताकि होने वाले नुकसान को कम करके उत्पादन एवं उत्पादकता को बढ़ाया जा सके। कम्बाइन से कटाई करके मौसम से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है परन्तु इनकी कीमत अधिक होती है। इसके अतिरिक्त किसान को भूसा एवं दाना दोनों चाहिए होता है क्योंकि भूसा जानवरों को खिलाने के लिए होता है।
इन्ही तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए कृषि महाविद्यालय, बालाघाट के वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को सलाह दी गई है, कि किसानों की सामाजिक एवं आर्थिक अवस्था के अनुसार फसल को स्वचलित कटाई यंत्रों से काटकर स्थिर थ्रेशर से मड़ाई करना सर्वोत्तम तकनीक है। केन्द्रीय कृषि अभियान्त्रिकी संस्थान, भोपाल में विकसित स्वचलित कटाई यन्त्र से धान की कटाई की जा सकती है। फसल कटकर कतारों में गिरती है जिससे उन्हें इकट्ठा करके पूले बनाना आसान होता है और कम मजदूरों की आवश्यकता पड़ती है।
किसानों को सलाह दी गई है कि स्वचालित धान कटाई मशीन के कनवेयर बेल्ट में फसल फंसने से बचने के लिए मशीन की गति को इस प्रकार समायोजित करें कि कटी हुई फसल को किनारे तक बहाव का समय मिलता रहे। यदि फसल बहुत ही घनी तो कटर बार की पूरी चौड़ाई भर फसल न काट कर कम चौड़ाई में फसल काटना चाहिए। अन्यथा फसल के बेल्ट में फंसने की सम्भावना रहती है। खेत की सतह के अनुसार फसल को काटने की ऊँचाई तय करना पड़ता है। यह प्रचालक के ज्ञान एवं अनुभव पर निर्भर करता है। क्याँकि जमीन के कितने ऊपर से फसल को काटना है यह प्रचालक पर निर्भर करता है। यह काम हैडिंल को ऊपर या नीचे करके किया जा सकता है। प्रचालक को ध्यान देना चाहिए कि फसल जमीन के सतह से बिल्कुल नजदीक न हो नहीं तो जमीन से टकरा कर नाइफ टूट सकते हैं।
किसानों को सलाह दी गई है कि फसल ठीक प्रकार से कटे इसके लिए नाइफ की चाल एक गार्ड के मध्य से दूसरे गार्ड के मध्य तक चलना चाहिए। उपयोग करने के बाद कटाई मशीन को साफ कर लें। बेल्ट को छोड़कर सभी घूमने वाले भाग में तेल या ग्रीस लगाएं। मशीन के सभी नट-बोल्ट कसे होने चाहिए। मशीन के घिसे या टूटे भाग को तुरन्त बदल दें या मरम्मत करायें। उपयोग के बाद मशीन को धूप-बारिश से बचाने के लिए छाये में रखें। इंजन की सर्विसिंग, ओवरहालिंग निर्माता के बताए अनुसार समय-समय पर करते रहें। आयल फिल्टर और आयल बदलते रहें।
स्वचलित धान कटाई यन्त्र का उपयोग एवं रखरखाव के लिए किसानों को सलाह