सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर किसानों की समस्याओं का निराकरण करें: कलेक्टर 

खण्डवा। विभागीय अधिकारी सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर किसानों की समस्याओं का निराकरण करें। कलेक्टर श्रीमती तन्वी सुन्द्रियाल ने गुरुवार, 14 नवम्बर 2019 को जिले के ग्राम कुमठी में आयोजित किसान सम्मेलन में यह निर्देश दिए।
बैठक में एसडीएम पंधाना श्रीमती अनुभा जैन, कार्यपालन यंत्री जल संसाधन ए.के. जैन, उप संचालक कृषि आर.एस. गुप्ता, व उपायुक्त सहकारिता श्री पाटनकर के अलावा कृषि वैज्ञानिक डी.के. वाणी भी मौजूद थे।
कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने उपसंचालक कृषि को निर्देश दिए कि किसानों को कीटनाशक एवं खाद बीज उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं करें तथा किसानों को समय समय पर आवश्यक मार्गदर्शन भी देने की व्यवस्था करें।
उन्होंने उपायुक्त सहकारिता को निर्देश दिए कि सभी समितियों में फसल बीमा के हितग्राही किसानों की सूची प्रदर्शित करें तथा सर्वे के बाद जिन किसानों की फसल क्षति हुई है उनकी सूची भी सूचना पटल पर चस्पा करें। 
इस दौरान किसानों ने खाद बीज उपलब्ध न होने संबंधी शिकायत कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल से की। उप संचालक कृषि श्री गुप्ता ने इस दौरान बताया कि किसानों के लिए खाद बीज पर्याप्त मात्रा में सहकारी समितियों व निजी विक्रेताओं के यहाँ उपलब्ध है। किसानों को उन्नत कृषि यंत्र उपलब्ध कराने के लिए जिले में 45 कस्टम हायरिंग केन्द्र स्थापित किए गए हैं। कलेक्टर श्रीमती सुन्द्रियाल ने उपायुक्त सहकारिता को निर्देश दिए कि उर्वरक मूल्यों की सूची भी समिति पर प्रदर्शित करें।
उपसंचालक कृषि श्री गुप्ता ने इस दौरान बताया कि जिले में प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों के माध्यम से कृषकों को रासायनिक उर्वरकों की आपूर्ति किए जाने हेतु समितियों के कालातीत कृषक सदस्यों द्वारा राष्ट्रीयकृत एवं व्यावसायिक बैंकों से केसीसी ऋण लेने वाले कृषकों को उर्वरक उनके धारित क्षेत्रफल के मान से प्रति हेक्टेयर अनुशंसित नगद उर्वरक प्रदाय किया जाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि उर्वरक देते समय कृषक की ऋण पुस्तिका में उसे दिये गए उर्वरक का इन्द्राज भी किया जायेगा।
उपसंचालक कृषि श्री गुप्ता ने बताया कि कृषकों को प्रति हेक्टेयर के मान से उर्वरक की मात्रा दी जायेगी। उन्होंने बताया कि बोनी के समय प्रति हेक्टेयर खेत के लिए गेहूँ के लिए 2 बेग यूरिया, 7 बेग सिंगल सुपर फॉस्फेट व 2 बेग पोटाश उर्वरक दी जायेगी। बोनी के 20 दिन बाद किसान को 2 बेग यूरिया पुन: दी जायेगी। इसी तरह चने की फसल के लिए बोनी के समय प्रति हेक्टेयर खेत के लिए 2 बेग डीएपी, 2 बेग सिंगल सुपर फॉस्फेट व 2 बेग पोटाश उर्वरक दी जायेगी। मक्का की फसल के लिए बोनी के समय प्रति हेक्टेयर खेत के लिए 2 बेग यूरिया, 7 बेग सिंगल सुपर फॉस्फेट व 2 बेग पोटाश उर्वरक दी जायेगी। बोनी के 20 दिन बाद किसान को 2 बेग यूरिया पुन: दी जायेगी।