चंडीगढ़। केन्द्र सरकार खुले बाजार बिक्री योजना के माध्यम से राज्य के खाद्य भंडार को तत्काल बाजार में खपाये। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार, 1 नवम्बर 2019 को केन्द्र सरकार से यह आग्रह किया।
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र से आग्रह किया कि वह पंजाब में अनाज भण्डारण के लिये जगह की कमी की समस्या को देखते हुए खुले बाजार बिक्री योजना के माध्यम से राज्य के खाद्य भंडार को तत्काल बाजार में खपाये।
मुख्यमंत्री श्री सिंह ने कहा कि वे जल्द ही केंद्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान से मिलेंगे और भण्डारण मुद्दे को हल करने के लिए उनसे हस्तक्षेप करने को कहेंगे, और अगर जरूरत पड़ी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष इस मुद्दे को उठाएंगे।
श्री सिंह ने धान खरीद कार्यों की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रधान सचिव (खाद्य) के.ए.पी. सिन्हा से कहा कि यदि केन्द्र सरकार भंडार को खाली कराने में विफल रहती है, तो वे भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) से कहें कि वह राज्य में व्यापक स्तर पर भण्डारण के लिए जल्द से जल्द भण्डारण-अंतर विश्लेषण प्रस्तुत करें।
मौजूदा समय में, अनाज की निकासी गति को देखते हुए राज्य में 40 लाख टन अनाज स्टॉक के लिए जगह की कमी है। भारी खरीफ फसल उत्पादन के मद्देनजर मौजूदा भण्डारण स्थान पर और दबाव बन गया है।
बैठक में प्रमुख सचिव (खाद्य) ने जानकारी दी कि 170 लाख टन की लक्षित खरीद के मुकाबले चालू खरीफ विपणन सत्र के दौरान लगभग 108.50 लाख टन धान की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि 15 दिसंबर से पहले 30 नवंबर तक पूरी खरीद अभियान का काम पूरा हो जाएगा।
राज्य के खाद्य भंडार को तत्काल बाजार में खपाये: मुख्यमंत्री श्री सिंह