22 प्रतिशत बढ़ेगा रबी का क्षेत्रफल
रबी सत्र में ज्वार, गेहूँ, मक्का, चना, करडई और अन्य रबी फसलों के लिए 10 लाख 92 हजार 763 क्विंटल बीज उपलब्ध
रबी सत्र के लिए 34.10 लाख टन उर्वरक की माँग
2 लाख 3 हजार 772 क्विंटल अनुदानित बीज
मुंबई। महाराष्ट्र में रबी फसलों की बुवाई का लक्षित क्षेत्रफल कुल 69.72 लाख हेक्टेयर रखा गया है जो गत वर्ष की तुलना में 27 प्रतिशत अधिक है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार, 6 नवम्बर 2019 को यहाँ यह जानकारी दी। रबी फसलों की बुआई की समीक्षा बैठक में महाराष्ट्र के कृषि मंत्री अनिल बोंडे, जलसंधारण मंत्री राम शिंदे, कृषि राज्यमंत्री सदाभाऊ खोत, मुख्य सचिव अजय मेहता, कृषि सचिव एकनाथ डवले और कृषि विभाग के उच्च अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश से खेतों में पर्याप्त नमी है जिससे इस बार रबी फसलों की अच्छी बुआई होने की उम्मीद है। राज्य में रबी फसलों की बुआई का क्षेत्रफल 22 प्रतिशत बढ़ सकता है। 69.72 लाख हेक्टेयर में रबी की बुआई का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए 2.3 लाख क्विंटल बीज का वितरण किया जाएगा। प्रशासन ने बुआई के दौरान खाद और बीज की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए खास तैयारी की है।
कृषि विभाग की तैयारियों की जानकारी देते हुए कृषि सचिव एकनाथ डवले बताया कि नाशिक, नागपुर, औरंगाबाद, लातूर विभाग में रबी फसल के क्षेत्रफल में बढ़ोतरी का अनुमान है। रबी सत्र में ज्वार, गेहूँ, मक्का, चना, करडई और अन्य रबी फसलों के लिए 10 लाख 92 हजार 763 क्विंटल बीज उपलब्ध है। बढ़े हुए क्षेत्र के लिए आवश्यक बीज की उपलब्धता के लिए महाबीज से खरीद की जाएगी। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अभियान के अंतर्गत 2 लाख 3 हजार 772 क्विंटल अनुदानित बीज इस वर्ष वितरित किया जाएगा। राज्य में रबी सत्र के लिए 34.10 लाख टन उर्वरक की माँग की गई है, जिसकी व्यवस्था की गई है। श्री फडणवीस ने किसानों को भरोसा दिलाया है कि फसल नुकसान की भरपाई करने की पूरी कोशिश की जाएगी। राज्य में शुरू बेमौसम बारिश से खेती को बड़ा नुकसान हुआ है।
महाराष्ट्र में रबी फसलों की बुवाई का लक्षित क्षेत्रफल कुल 69.72 लाख हेक्टेयर: देवेंद्र फडणवीस