महाराष्ट्र में राजनैतिक दलों की किसानों के प्रति जागी चिंता

मुंबई, शुक्रवार, 1 नवम्बर 2019। महाराष्ट्र में सत्ता पाने के लिये चल रहे राजनैतिक उठापठक के बीच अचानक राजनैतिक दलों को किसानों की याद आने लगी है। लगभग सभी राजनीतिक दलों के लोगों ने राज्यपाल से मिलकर किसानों की तुरंत मदद करने की अपील की है।
शिवसेना किसानों को तत्काल राहत देने की माँग कर रही है तो केंद्र सरकार ने बेमौसम बारिश के चलते फसलों को पहुँचे नुकसान के आकलन के लिए केंद्रीय टीम महाराष्ट्र भेजने को कहा है। दरअसल इस बार राज्य के किसानों पर दोहरी मार पड़ी है। चुनावी मौसम में जब राजनीतिक दल व्यस्त थे तो किसानों के ऊपर आसमानी आफत बरस रही थी। राज्य के करीब आधे हिस्से में 15 अक्टूबर से शुरू होकर 25 अक्टूबर तक जोरदार बारिश हुई जिसके कारण खड़ी फसल को भारी नुकसान हुआ। किसानों की मानी जाए तो महाराष्ट्र में लातूर, नांदेड, उस्मानाबाद, औरंगाबाद, अकोला, बीड़, और सोलापुर में सोयाबीन, बाजरा, उड़द, कपास, मूँग और उड़द की फसल को नुकसान पहुँचा है। खरीफ की फसलें इन क्षेत्रों में तैयार थी बारिश शुरू हो गई। इससे हजारों किसानों की फसल खेतों में ही सड़ गई। फसलों में दोबारा अंकुरण हो गया जिसके कारण फसल पूरी तरह बेकार हो गई है। नाशिक इलाके में बारिश के कारण प्याज, टमाटर सहित दूसरी सब्जियाँ प्रभावित हुई है जिसका असर बाजार में इनकी आवक और कीमतों में देखने को मिल रहा है।
कृषि मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार खरीफ फसल की शुरुआत में मॉनसून देरी से आया जिससे फसल बुआई में देरी हुई। जिन किसानों ने सिंचाई करके फसलों की बुआई की उनकी फसल खराब हो गई। इसके बाद जोरदार बारिश के कारण कोल्हापुर, सतारा सहित राज्य का आधा हिस्सा बाढ़ की चपेट आ गया। बाढ़ के कारण फसल खराब हो गई। इसके बाद पक कर तैयार फसल 15 अक्टूबर के बाद हुई बारिश से बरबाद हो गई। चुनाव होने के कारण प्रशासन की तरफ से भी किसानों को मदद नहीं मिल सकी। राज्य में चल रही राजनीतिक खींचतान से सरकार बनाने में हो रही देरी का सबसे अधिक असर किसानों पर पड़ रहा है।
राजभवन की ओर से जारी बयान के अनुसार गृह मंत्री अमित शाह ने फसल नुकसान का आकलन के लिए केंद्रीय टीम को महाराष्ट्र भेजने को कहा है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि केंद्र की यह प्रतिक्रिया राज्यपाल द्वारा अमित शाह को बाढ़ के कारण फसलों को हुए नुकसान और हाल के हफ्तों में महाराष्ट्र में हुई बेमौसम बरसात की जानकारी देने के बाद आई है।
शिवसेना विधायक दल का नेता एकनाथ शिंदे को चुनने के बाद कल शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने पार्टी प्रतिनिधिमंडल के साथ श्री कोश्यारी से भेंट की और बारिश के कारण प्रभावित हुए मछुआरों और किसानों को राहत देने में उनसे हस्तक्षेप का अनुरोध किया।