शिलांग। कृषि उत्पादकता में सुधार लाने में एनईएचयू एक उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकता है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार, 4 नवम्बर 2019 को मेघालय के शिलांग में नॉर्थ ईस्टर्न हिल विश्वविद्यालय (एनईएचयू) के 26वें दीक्षांत समारोह में यह बात कही। इस दौरान विश्वविद्यालय और करीब 75 संबद्ध कॉलेजों के 14,500 छात्र-छात्राओं को विभिन्न डिग्रियाँ प्रदान की गयीं।
राष्ट्रपति ने कहा कि मेघालय की 80 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या खेती पर निर्भर है। कृषि उत्पादकता में सुधार लाने में एनईएचयू मेघालय और पूर्वोत्तर क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में एक उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकता है। एनईएचयू के ग्रामीण विकास एवं कृषि उत्पादन, कृषि व्यवसाय और खाद्य प्रौद्योगिकी और उद्यान विभागों के शिक्षक और छात्र किसानों की आय बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि एनईएचयू जैसे उच्च शैक्षिक संस्थान सामाजिक और आर्थिक सुधार के संदर्भ में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। मानव विकास सूचकांकों में मेघालय के दर्जे को बेहतर बनाने में एनईएचयू मददगार साबित हो सकता है।
उन्होंने रोजगार और स्व-रोजगार को बढ़ावा देने के लिए विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना की और कहा कि ऐसे प्रयासों को अत्यधिक प्रोत्साहन दिए जाने की आवश्यकता है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हितधारकों से सामाजिक दायित्व पर ध्यान केंद्रित करने का अनुरोध किया। विश्वविद्यालय के छात्रों को गाँवों में समय गुजारने, ग्रामीणों की समस्याओं को दूर करने और शिक्षा की महत्ता, सफाई, बच्चों के टीकाकरण और पोषण के बारे में जागरूक बनाने को कहा।
कृषि उत्पादकता में सुधार लाने में एनईएचयू एक उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकता है: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद