मेसर्स सुदामा फर्टिलाइजर्स के उर्वरक प्रतिबंधित, 88 बीज विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस
भोपाल, सोमवार, 18 नवम्बर 2019। प्रदेश में किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद, बीज और कीटनाशी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा खाद-बीज सघन जाँच अभियान निरंतर जारी है। अभियान के प्रारंभिक तीन दिनों में विभागीय जाँच दलों ने 730 गोदामों, निर्माताओं और विक्रेताओं का निरीक्षण कर 634 नमूने एकत्रित किये। इस दौरान 88 बीज विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किये गये।
जबलपुर जिले में पाटन विकासखण्ड के मेसर्स सुदामा फर्टिलाइजर्स में उर्वरकों का अवैध भण्डारण पाए जाने पर उनके विक्रय को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इंदौर जिले के देपालपुर तहसील में महाधन फॉस्फेट प्रायवेट लिमिटेड, संगवाडिय़ा, निम्बाहेड़ा की सिंगल सुपर फॉस्फेट में मात्रा कम पाये जाने पर कम्पनी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। जाँच दलों ने 20 उर्वरक विक्रेताओं के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किये हैं।
अभियान के दौरान सोमवार, 18 नवम्बर 2019 को 101 उर्वरक विक्रेताओं के गोदामों का निरीक्षण कर 129 नमूने लिये गये। 10 प्रकरणों में अनियमितता पाये जाने पर कार्यवाही की गयी। अभियान में 120 पौध-संरक्षण दवा विक्रेताओं के गोदामों का निरीक्षण कर 34 नमूने लिये गये। यह अभियान 30 नवम्बर तक जारी रहेगा।
मंगलवार, 19 नवम्बर 2019 को प्रदेश में 257 उर्वरक विक्रेताओं के गोदामों का निरीक्षण कर 190 नमूने लिये गये तथा 20 प्रकरण में अनियमितता पाये जाने पर कार्यवाही की गई। 10 उर्वरक निर्माण इकाइयों का निरीक्षण कर 11 नमूने लिये गये तथा एक प्रकरण में अनियमितता पाये जाने पर कार्यवाही की गयी। साथ ही 99 पौध-संरक्षण दवा विक्रेताओं के गोदामों का निरीक्षण कर 28 नमूने लिये गये। 15 प्रकरणों में अनियमितता पाये जाने पर कार्यवाही की गयी।
उल्लेखनीय है कि 15 से 19 नवम्बर तक 1,120 बीज विक्रेताओं के गोदामों का निरीक्षण कर 1,129 बीज के नमूने लिये गये और 51 प्रकरणों में अनियमितता पाये जाने पर कार्यवाही की गयी है।