नयी दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में कृषि उपज की खरीद के लिए नाबार्ड आगे आए। केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार, 12 नवंबर 2019 को यहाँ ग्रामीण और कृषि वित्त पर आयोजित 6वीं विश्व कांग्रेस के उद्घाटन अवसर पर यह बात कही। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास (नाबार्ड) और एशिया-प्रशांत ग्रामीण कृषि और ऋण संघ (एपीआरएसीए) ने संयुक्त रूप से किया।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि नवगठित केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के किसानों को बेहतर कीमत उपलब्ध कराने के लिये उनसे सेब, केसर, आड़ू और अखरोट की खरीद में नाबार्ड को आगे आकर मदद करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि नाबार्ड को जम्मू-कश्मीर में किसानों की मदद के लिये आगे आना चाहिये ताकि इन राज्यों से केसर, आड़ू, अखरोट और दूसरे कृषि उत्पादों की सही समय पर खरीद की जा सके। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार जम्मू-कश्मीर के किसानों के उत्पादों का उचित मूल्य दिलाना सुनिश्चित करेगी ताकि उनके ये उत्पाद पूरे देश में पहुँच सके।
उन्होंने कहा, ''मैंने नाबार्ड के अध्यक्ष को जम्मू और कश्मीर की यात्रा करने को कहा है ताकि नाबार्ड वहाँ किसानों को समर्थन दे सके।''
उन्होंने कहा, ''मैं यह सुनिश्चित कर रही हूँ कि नाबार्ड अध्यक्ष को यहाँ लाउं, भले ही सर्दियाँ पडऩे लगी हैं। मैं चाहती हूँ कि केसर समेत जम्मू-कश्मीर के अन्य कृषि उत्पादों की अगली फसल को वह मदद मिल सके, जो केंद्र सरकार नाबार्ड के जरिये उपलब्ध कराना चाहती है।''
राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के अध्यक्ष हर्ष कुमार भानवाला को फसल सत्र शुरू होने से पहले अपने साथ जम्मू-कश्मीर का दौरा करने की सलाह देते हुए कहा कि नेफेड अभी कश्मीर घाटी के किसानों से सेब की खरीद कर रहा है। उन्होंने कहा कि नाबार्ड को भी जम्मू-कश्मीर के किसानों को उचित मूल्य दिलाने की दिशा में काम करना चाहिए।
नाबार्ड के अध्यक्ष हर्ष कुमार भानवाला ने कहा, ''सरकार द्वारा जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, हम उसे निभायेंगे।''
उल्लेखनीय है कि सरकार ने भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारिता विपणन महासंघ (नाफेड) के माध्यम से हाल ही में जम्मू-कश्मीर के किसानों से सेब की खरीद की है।
जम्मू-कश्मीर में कृषि उपज की खरीद के लिए आगे आए नाबार्ड: वित्त मंत्री