इंदौर कृषि महाविद्यालय को विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाएगा: मंत्री सचिन यादव

Sachin Subhash Yadav Cabinet minister for Farmer Welfare and Agriculture Development, Horticulture and Food Processing Government of India inagurating Farm Tech Asia Agriculture Fare in Indore on 15 November 2019
इंदौर में 'फार्म टेक एशिया' अन्तर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी का शुभारंभ
इंदौर। इंदौर कृषि महाविद्यालय को विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जायेगा। विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता को इस बारे में प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। मध्यप्रदेश के किसान कल्याण एवं कृषि विकास, उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण मंत्री सचिन यादव ने शुक्रवार, 15 नवम्बर 2019 को यहाँ कृषि तकनीकों पर आधारित चार दिवसीय 'फार्म टेक एशिया' अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी के शुभारंभ अवसर पर इस आशय के विचार व्यक्त किए।
मंत्री सचिन यादव ने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से किसानों में जागरूकता आएगी। यहाँ प्रदर्शित उन्नत तकनीकों को अपनाकर किसान अपने समय, श्रम और धन की बचत कर सकेंगे। इससे किसानों को अधिक मात्रा में गुणवत्तापूर्ण उत्पादन प्राप्त होगा और उनका लाभ भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि परम्परागत खेती के साथ उद्यानिकी, डेयरी और फलों की खेती को बढ़ावा देना जरूरी है। खेती में लागत कम होनी चाहिये।
श्री यादव ने कहा कि अब हमें जैविक खेती की ओर बढ़ना चाहिए। इसके माध्यम से हमारे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार होने के साथ-साथ पर्यावरण सरंक्षण भी संभव होगा। प्रदेश को जैविक प्रदेश बनाना है।
उन्होंने कहा राज्य सरकार गाँव, गरीब और किसानों की सरकार है। किसानों का कल्याण, राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसानों को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिये सभी संभव प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य सरकार ने किसानों की 2 लाख रुपये तक की कर्ज माफी किसानों को आधे दर पर विद्युत कनेक्शन, भावांतर भुगतान, समर्थन मूल्य, फसल बीमा आदि के माध्यम से आर्थिक संरक्षण दिया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने अभी साढ़े 12 लाख किसानों के कर्ज माफ कर दिये हैं।
कृषि मंत्री ने कहा कि अन्नदाता किसान को राज्य शासन संरक्षण आवश्यक है। राज्य शासन ने पिछले 10 माह में किसानों के हित में अनेक निर्णयं लिये है। हर ग्राम पक्की सड़क से जोड़ जा रहा है। किसानों को 8 घंटे थ्री फेस सहित 24 घंटे बिजली दी जा रही है। हर घर तक पेयजल पहुँचाने कि योजना है। प्रदेश में 70 प्रतिशत किसान रहते हैं। ग्राम हमारी सभ्यता और संस्कृति के केन्द्र है। ग्राम के विकास से देश का विकास होगा।
चार दिवसीय 'फार्म टेक एशिया' अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी में कृषि, बागवानी, डेयरी ओर पशुधन की नवीनतम तकनीकों पर आधारित 200 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं। प्रदर्शनी में प्रवेश की नि:शुल्क व्यवस्था है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये देपालपुर विधायक विशाल पटेल ने कहा कि खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिये डेयरी, फल, सब्जी, मसालें, गन्ना, कपास आदि नगदी फसल के लिये प्रेरित और प्रशिक्षित करने की जरूरत है।
कार्यक्रम को संत दादू महाराज ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर सदाशिव यादव, श्रीमती अर्चना जायसवाल, मुकेश सिंह, मनोज यादव आदि मौजूद थे।