नयी दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार, 4 नवम्बर 2019 को हवा की गति में मामूली वृद्धि होने से प्रदूषण के स्तर में कुछ कमी आई है लेकिन वायु गुणवत्ता अब भी 'गंभीर' की श्रेणी में बनी हुई है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान 'महा' और एक पश्चिमी विक्षोभ से बुधवार और बृहस्पतिवार को राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तरी मैदानी हिस्सों में बारिश के आसार हैं जिससे स्थिति में और सुधार होगा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार सोमवार को प्रदूषण के स्तर में महत्वपूर्ण सुधार हुआ। शाम चार बजे राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 416 दर्ज किया गया जो अब भी 'गंभीर' श्रेणी में है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार हवा की गति में वृद्धि से प्रदूषणकारी तत्वों को दूर दूर तक छिटकने में मदद मिली है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, ''वायु गुणवत्ता में सुधार के दो मुख्य कारण हवा की गति में बढ़ोतरी तथा बादलों का छाया नहीं होना हैं।''
रविवार, 3 नवम्बर 2019 को दिल्ली का औसत एक्यूआई 494 रहा। यह 6 नवम्बर 2016 के बाद से सर्वाधिक है। उस वक्त एक्यूआई 497 था। एक्यूआई 0-50 के बीच 'अच्छा', 51-100 के बीच 'संतोषजनक', 101-200 के बीच 'मध्यम', 201-300 के बीच 'खराब', 301-400 के बीच 'अत्यंत खराब', 401-500 के बीच 'गंभीर' और 500 के पार 'बेहद गंभीर' माना जाता है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक्यूआई फरीदाबाद में 414, नोएडा में 446, गाजियाबाद में 464, ग्रेटर नोएडा में 444 और गुडग़ाँव में 396 रहा।
मौसम का पूर्वानुमान व्यक्त करने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट वैदर के महेश पलावत के अनुसार दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में 6 और 7 नवम्बर को बारिश के आसार हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ से हवा की गति और भी बढ़ेगी।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता अब भी 'गंभीर'