देखेंगे कि आरसीईपी में भारत के हितों को पूरी तरह से समायोजित किया जा रहा या नहीं: नरेन्द्र मोदी

Narendra Modi Primeminister of India
नयी दिल्ली, शनिवार, 2 नवम्बर 2019। देखेंगे कि आरसीईपी में भारत के हितों को पूरी तरह से समायोजित किया जा रहा या नहीं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बैंकॉक यात्रा पर शनिवार को रवाना होने से पहले एक बयान में यह बात कही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 नवंबर को 16वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन तथा क्षेत्रीय समग्र आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) सम्मेलन में भाग लेने के लिये तीन दिवसीय यात्रा पर 2 नवंबर को रवाना हुए हैं।  प्रधानमंत्री 4 नवंबर को 14वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन और एक क्षेत्रीय समग्र आर्थिक साझेदारी (आरसीईपी) समझौते पर बातचीत करने वाले देशों की तीसरी शिखर बैठक में भी भाग लेंगे
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आरसीईपी बैठक में भारत इस बात पर गौर करेगा कि क्या व्यापार, सेवाओं और निवेश पर उसकी चिंताओं और हितों को पूरी तरह से समायोजित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा के दौरान वह थाईलैंड की राजधानी में मौजूद कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। उन्होंने कहा, ''आसियान से संबंधित शिखर सम्मेलन हमारे कूटनीतिक कैलेंडर का एक अभिन्न अंग और हमारी 'एक्ट ईस्ट पॉलिसी' का एक महत्वपूर्ण घटक है। आसियान के साथ हमारी साझेदारी सम्पर्क, क्षमता निर्माण, वाणिज्य और संस्कृति के प्रमुख स्तंभों पर बनी है।'' प्रधानमंत्री ने कहा कि जनवरी 2018 में, भारत ने आसियान के साथ अपनी 'वार्ता भागीदारी' (डायलॉग पार्टनरशिप) के 25 वर्ष पूरे होने पर नई दिल्ली में एक विशेष शिखर सम्मेलन का आयोजन किया था और आसियान से जुड़े सभी 10 देशों के नेता भारत की गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि भी थे।
उन्होंने कहा कि वह आसियान भागीदारों के साथ सहयोगात्मक गतिविधियों की समीक्षा करेंगे और आसियान तथा उसके नेतृत्व को मजबूत करने वाले तंत्र की योजनाओं पर, सम्पर्क बढ़ाने पर (समुद्र, भूमि, वायु, डिजिटल और लोगों के बीच), आर्थिक भागीदारी को गहरा करने पर तथा समुद्री सहयोग के विस्तार पर भी गौर करेंगे।
श्री मोदी ने कहा, ''हम ईएएस के एजेंडे पर महत्वपूर्ण क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों की समीक्षा करेंगे और हमारे वर्तमान कार्यक्रमों और परियोजनाओं की स्थिति की जाँच करेंगे। मैं हमारी भारत-प्रशांत रणनीति पर भी ध्यान केंद्रित करूंगा, जिसके बारे में, मैं यह देखकर बहुत खुश हूं कि आसियान के भागिदारों और ईएएस के अन्य साझेदारों के बीच मजबूत तालमेल हैं।''
प्रधानमंत्री ने कहा, ''आरसीईपी शिखर सम्मेलन में भारत आरसीईपी वार्ताओं में प्रगति का जायजा लेगा। हम इस शिखर सम्मेलन के दौरान इस बात पर गौर करेंगे कि क्या व्यापार, सेवाओं और निवेश में हमारी चिंताओं और हितों को पूरी तरह से समायोजित किया जा रहा है। इससे संबंधित सभी मुद्दों पर गौर किया जाएगा।''