नयी दिल्ली। भारत में ऊर्जा क्षेत्र में 2024 तक 100 अरब डालर का निवेश होने की उम्मीद है। केन्द्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने केपीएमजी द्वारा बुधवार, 6 नवम्बर 2019 को यहाँ आयोजित वार्षिक ऊर्जा सम्मेलन-'एनरिच 2019' को संबोधित करते हुये यह बात कही।
उन्होंने कहा कि भारत तेल एवं गैस क्षेत्र की अपनी बढ़ती माँग को पूरा करने के लिये क्षेत्र में निवेश बढ़ाने की तैयारी कर रहा है और इस लिहाज से देश में अगले पाँच साल के दौरान तेल एवं गैस क्षेत्र में 100 अरब डालर का भारी निवेश होने की उम्मीद है।
गैस आधारित अर्थव्यवस्था के निर्माण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए श्री प्रधान ने कहा कि वह गैस आधारित अर्थव्यवस्था की ओर बढऩे के लिए सभी प्रयास कर रही है। गैस अवसंरचना के विकास में 60 बिलियन डॉलर का अनुमानित निवेश किया जा रहा है, जिसमें गैस पाइपलाइन, शहरी क्षेत्र में गैस वितरण और एलएनजी टॢमनल शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि देश में तेल एवं गैस की खोज एवं उत्पादन और ईंधन विपणन एवं पेट्रोरसायन क्षेत्र में और अधिक विदेशी निवेश प्रवाह की जरूरत है।
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी देश बनने के लिये भारत पूंजी, विश्वस्तरीय प्रौद्योगिकी और जो भी नीतिगत सुधार करना होगा उस दिशा में आगे बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि गैर-पेट्रोलियम क्षेत्र की कंपनियों को ईंधन के खुदरा कारोबार में अनुमति देने और तेल एवं गैस खोज लाइसेंसिंग नीति में आमूलचूल संशोधन करने का काम इस दिशा में आगे बढऩे के लिहाज से लिया गया है।
भारत में ऊर्जा क्षेत्र में 2024 तक 100 अरब डालर का निवेश की उम्मीद: धर्मेन्द्र प्रधान