1.2 लाख टन प्याज के आयात को मंत्रिमण्डल की अनुमति: निर्मला सीतारमण

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नयी दिल्ली। प्याज के बढ़ते दाम को नियंत्रण में रखने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा प्याज का आयात करने के निर्णय को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अनुमति दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमण्डल की आर्थिक मामलों की समिति की बुधवार, 20 नवम्बर 2019 को हुई बैठक में खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामलों के इस आशय के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। खाद्य आपूर्ति मंत्रालय ने एमएमटीसी के माध्यम से विदेशों से प्याज का आयात करने का निर्णय लिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संवाददाता सम्मेलन में मंत्रिमण्डल के निर्णय की जानकारी दी।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि 1.2 लाख टन प्याज आयात को मंत्रिमंडल ने अनुमति दी है। मानसून सत्र के आखिर में हुई भारी बारिश के कारण प्याज की फसल को नुकसान होने से देश में प्याज के दाम में भारी वृद्धि हुई है। देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार, 20 नवंबर को भी प्याज के थोकभाव में 10-15 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने इसी महीने शनिवार, 16 नवम्बर 2019 को देश में प्याज की उपलब्धता बढ़ाकर इसकी कीमतों को काबू में रखने के उद्देश्य से एक लाख टन प्याज का आयात करने की घोषणा की थी। विदेश व्यापार करने वाली केंद्र सरकार की कंपनी एमएमटीसी 4,000 टन प्याज का आयात करने के लिए निविदा भी जारी कर चुकी है।
आज लिये गये निर्णय के पूर्व केन्द्र सरकार ने प्याज की उपलब्धता बेहतर बनाने के लिये निजी आयात को भी अनुमति दी है और ध्रुमीकरण एवं स्वच्छता के प्रावधानों को भी सरल बनाया है। सरकार ने आयात सुनिश्चित करने के अलावा निर्यात को प्रतिबंधित करने, भंडार की सीमा तय करने समेत कई कदम उठाये हैं।
उल्लेखनीय है कि खाद्य आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान ने कहा था कि खरीफ सत्र 2019-20 में प्याज उत्पादन में 26 प्रतिशत गिरावट के कारण यह संकट उत्पन्न हुआ है। प्याज की आपूर्ति और माँग में 30 से 40 प्रतिशत का अंतर है। कुछ स्थानों में अधिक वर्षा के कारण प्याज की फसल को काफी नुकसान हुआ है जिसके कारण खुदरा बाजार में इसकी कीमत काफी अधिक हो गई है। गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान में नेफेड प्याज की खरीद कर रहा है।
बाजार सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली की आजादपुर मंडी में बुधवार को प्याज का थोक भाव 40-60 रुपये प्रति किलो था। मंडी के एक कारोबारी ने बताया कि आवक में कमी के कारण प्याज के भाव में पिछले सत्र के मुकाबले 10-15 रुपये प्रति किलो का इजाफा हुआ। दिल्ली-एनसीआर में प्याज का खुदरा भाव 60-80 रुपये प्रति किलो था। कुछ दिन पहले देश की राजधानी में प्याज का खुदरा भाव 100 रुपये प्रति किलो तक हो गया था।
उल्लेखनीय है कि भारत दुनिया में प्याज के सबसे बड़े निर्यातकों में है। बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका सहित कई देशों में भारत प्याज का निर्यात करता है। फसल खराब होने और कीमतों पर अंकुश के लिए भारत ने प्याज निर्यात पर रोक के साथ दूसरे देशों से प्याज खरीद रहा है। इससे नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देशों के लिए मुश्किलें खड़ी हो गई हैं।