कृषि महाविद्यालय में गांधीजी के साहित्य का वाचन एवं स्वच्छता अभियान का हुआ आयोजन
बालाघाट। सत्य व अहिंसा से बढ़ी कोई शक्ति नहीं है। महात्मा गाँधीजी के जीवन दर्शन ने इन्हीं का अनुसरण करने के लिए प्रेरित किया है। डॉ. एन.के. बिसेन, प्रभारी अधिष्ठाता व सहायक प्रोफेसर (प्लांट ब्रीडिंग एण्ड जेनेटिक्स), बालाघाट कृषि महाविद्यालय ने यहाँ कृषि महाविद्यालय, बालाघाट मुरझड़ फार्म, वारासिवनी में बुधवार, 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में यह विचार रखे।
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर कृषि महाविद्यालय में स्वच्छता अभियान का आयोजन किया गया, जिसमें सभी विद्यार्थियों और अधिकारियों व कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
डॉ. बिसेन ने महात्मा गांधीजी से प्रेरित होकर जीवन जीने का आह्वान किया। उन्होंने सत्य एवं निष्ठा के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करते हुये पदीय दायित्वों का निर्वाहन करने की सलाह दी।
कृषि महाविद्यालय, बालाघाट के प्रांगण में डॉ. शिखा शर्मा एवं श्रीमती अपर्णा जायसवाल द्वारा महात्मा गांधी की आत्मकथा 'सत्य के प्रयोग' एवं उनकी अन्य पुस्तक 'हिन्द स्वराज' समस्त अधिकारियों/ कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राओं के समक्ष वाचन किया गया।
द्वितीय वर्ष की छात्रा कु. खुशबू शर्मा, कु. वर्तिका तोमर एवं अन्य छात्रों के द्वारा महात्मा गांधीजी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुये ओजस्वी उद्बोधन एवं देशभक्ति गीत प्रस्तुत किये गये।
इसके बाद स्वच्छ भारत मिशन की तर्ज पर सभी ने महाविद्यालयीन परिसर की साफ-सफाई की। इस अवसर पर स्वच्छता की महत्ता को बताते हुये राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी शैलेन्द्र भलावे एवं तकनीकी अधिकारी सोमनाथ सरवदे ने सभी लोगों से अपने घरों एवं कार्यालय के आस-पास स्वच्छता बनाये रखने का आह्वान किया।
सत्य व अहिंसा से बढ़ी कोई शक्ति नहीं: डॉ. बिसेन