सस्ते आयातित तेल के कारण घरेलू बाजार में तेल की कीमतों में गिरावट

Edible Cooking Oil
एमएसपी से कम मूल्य पर बिक रही हैं तिलहनी फसलें
नयी दिल्ली। सस्ते आयातित तेल के कारण घरेलू बाजार में तेल की कीमतों में शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2019 को गिरावट का रूख रहा। विदेशी बाजारों में खाद्य तेलों के भाव में तेजी होने के बावजूद भारत में यह स्थिति रही।
मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों में अतिवर्षा से सोयाबीन की फसल खराब होने से बाजार में माँग और आपूर्ति में अंतर रहने के बावजूद सोयाबीन की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम कीमत पर बिक्री हो रही है। सूत्रों के अनुसार बाजार में सोयाबीन, सरसों और मूँगफली तीनों तिलहन फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम कीमत पर बिक्री की जा रही है जिससे पूरे तेल तिलहन बाजार में मंदी का रुख है। इसके अलावा पाम तेल के सस्ते आयात के कारण भी बाजार में मंदी है।
सहकारी संस्था नाफेड ने तो सरसों (तिलहन फसल) की बिकवाली रोक दी है मगर सहकारी संस्था हाफेड ने सरसों दाना की एमएसपी से कम कीमत पर बिकवाली की है जिससे सरसों पर दबाव कायम हो गया। दूसरी ओर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेजी के रुख के कारण सोयाबीन, सरसों और मूँगफली के तेल कीमतों में सुधार का रुख देखने को मिला।
थोक बाजार में तिलहनों, खाद्य-अखाद्य तेलों के भाव इस प्रकार रहे- (भाव रुपये प्रति क्विंटल) सरसों दाना: 4,100-4,125 रुपये; मूँगफली दाना: 4,320-4,440 रुपये; वनस्पति घी- 900-1,150 रुपये प्रति टिन; मूँगफली मिल डिलिवरी (गुजरात)- 9,990 रुपये; मूँगफली साल्वेंट परिष्कृत 1,755-1,800 रुपये प्रति टिन; सरसों दादरी- 8,370 रुपये; सरसों पक्की घानी- 1,255-1,585 रुपये प्रति टिन; सरसों कच्ची घानी- 1,470-1,620 रुपये प्रति टिन; तिल मिल डिलिवरी- 10,300-15,800 रुपये; सोयाबीन मिल डिलिवरी दिल्ली- 8,220 रुपये; सोयाबीन इंदौर- 8,050 रुपये; सोयाबीन डीगम- 7,120 रुपये; सीपीओ एक्स-कांडला- 5,700 रुपये; बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 7,440 रुपये; पामोलीन आरबीडी दिल्ली- 7,170 रुपये; पामोलीन कांडला- 6,500 रुपये; नारियल तेल- 2,450-2,500 रुपये; अलसी- 8,900 रुपये; अरंडी- 10,500-11,000 रुपये; नीम- 8,100- 8,800 रुपये; मक्का खल- 3,600 रुपये; सोयाबीन तिलहन 3,600- 3,690 रुपये।