राष्ट्रीय पंचायत अवार्ड में छत्तीसगढ़ को मिले 11 पुरस्कार

The Union Minister for Agriculture & Farmers Welfare, Rural Development and Panchayati Raj, Shri Narendra Singh Tomar conferring the National Panchayat Awards to the District/Intermediate/ Gram Panchayats and States, at a function, in New Delhi on October 23, 2019. The Secretary, Ministry of Rural Development, Shri Amarjeet Sinha and other dignitaries are also seen.



योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और उत्कृष्ट कार्यों के लिए मिला अवार्ड
पंचायतों के सशक्तिकरण के लिए आईसीटी के उपयोग में प्रदेश को मिला तीसरा स्थान
पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने ग्रहण किया पुरस्कार
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। राष्ट्रीय पंचायत अवार्ड 2019 के तहत प्रदेश के 11 जिला, जनपद और ग्राम पंचायतों  को राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया। योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और ग्रामसभाओं के सार्थक आयोजन और उत्कृष्ट कार्यों के लिए पंचायतों को ये पुरस्कार दिया गया है। भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा यहाँ बुधवार, 23 अक्टूबर 2019 को राष्ट्रीय कृषि विज्ञान कॉम्प्लेक्स में राष्ट्रीय पंचायत अवार्ड 2019 का आयोजन किया गया, जहाँ छत्तीसगढ़ के पंचायत मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने केंद्रीय पंचायत मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के हाथों पुरस्कार ग्रहण किया। इस दौरान छत्तीसगढ़ को ई-पंचायत सहित विभिन्न पुरस्कार प्रदान किए गए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के पंचायत विभाग के अपर मुख्य सचिव आर.पी. मण्डल भी उपस्थित थे। 
कार्यक्रम के दौरान सिंहदेव ने कुछ सुझाव भी दिये, जिसमें कहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फंड की स्वीकृति भौगोलिक स्थिति के अनुसार हो तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में डबल कनेक्टिविटी हो।
केन्द्रीय पंचायती राज मंत्रालय द्वारा दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार जिला पंचायत कांकेर तथा धमतरी जिले के नगरी जनपद पंचायत और कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा जनपद पंचायत, सूरजपुर जिले के कंदरई ग्राम पंचायत, राजनांदगाँव के मुसराकला और रूआताला पंचायत, धमतरी के अरौद तथा दुर्ग जिले के बोरई ग्राम पंचायत को यह पुरस्कार दिया गया है।


वहीं, राजनांदगाँव जिले के छुईखदान जनपद पंचायत के कुटेलीखुर्द ग्राम पंचायत को नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार दिया गया है। ग्राम सभा के सफल और सार्थक आयोजन के सभी मानकों पर खरा उतरने वाले कुटेलीखुर्द पंचायत को इस पुरस्कार से नवाजा गया है। वहीं, चाइल्ड फ्रेंडली पुरस्कार बीजापुर जिले के कुटरू को मिला है।
उल्लेखनीय है कि महिलाओं, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और जनजातियों के कल्याण से संबंधित शासन की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए इन पंचायतों का चयन इस पुरस्कार के लिए किया गया। इन पंचायतों ने पंचायतीराज अधिनियम में शामिल ग्राम विकास के 29 विषयों पर अच्छा काम किया है। टीकाकरण, वृक्षारोपण और स्वच्छता सहित अनेक पहलुओं पर उत्कृष्ट कार्य कर पंचायतीराज संस्थाओं को सशक्त बनाने के लिए भारत सरकार द्वारा इन पंचायतों को पुरस्कार दिया गया है।
'छत्तीसगढ़ को भारत सरकार का ई पंचायत अवार्ड'
पंचायतों के सशक्तिकरण और विभागीय योजनाओं को लागू करने में सूचना और संचार तकनीक के प्रभावी उपयोग के लिए छत्तीसगढ़ को भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय ने ई-पंचायत पुरस्कार से नवाजा है। आईसीटी के उपयोग में प्रदेश को पूरे देश में तीसरा स्थान मिला है। उल्लेखनीय है प्रदेश में ग्राम पंचायतों की नेटवॄकग, योजनाओं को लागू करने और उनकी निगरानी में कम्प्यूटर तथा सूचना और संचार तकनीक का सफलतापूर्वक उपयोग किया जा रहा है। पंचायत विभाग के कार्यों में पारदर्शिता, दक्षता और जवाबदेही लाने के लिए इन तकनीकों का व्यापक उपयोग किया जा रहा है।