मौसम विभाग की चेतावनी: चक्रवाती हवाओं के साथ तेज बारिश की संभावना

भारतीय मौसम विभाग ने इस सप्ताह 10 अक्टूबर तक दक्षिण और पूर्वोत्तर क्षेत्र में भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया
नयी दिल्ली, सोमवार, 7 अक्टूबर 2019। भारतीय मौसम विभाग ने इस सप्ताह 10 अक्टूबर तक दक्षिण और पूर्वोत्तर क्षेत्र में भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। दक्षिण पश्चिम मानसून की अधिक सक्रियता के कारण मध्य महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों, कर्नाटक, केरल, असम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना के कुछ क्षेत्रों में चक्रवाती हवाओं के साथ बारिश की आशंका व्यक्त की गई है। 
10 के बाद लौटेगा मानसून
आधिकारिक तौर पर दक्षिण पश्चिम मानसून केरल तट से दस्तक देने के बाद भारत में एक जून से 31 अगस्त तक सक्रिय रहता है। इसकी वापसी एक सितंबर से पश्चिमी राजस्थान से शुरू होती है और 30 सितंबर तक इसकी पूरे देश से वापसी हो जाती है। लेकिन इस बार इसकी वापसी में विलंब हो रहा है। मौसम विभाग ने विलंबित चल रहे दक्षिण पश्चिम मानसून की वापसी पूर्वी राजस्थान से 10 अक्टूबर के बाद शुरू होने की संभावना जताई है। मौसम संबंधी मानकों के अनुसार दक्षिण पश्चिम मानसून की हर साल वापसी पश्चिमी राजस्थान से शुरू होती है।
12 राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश
इसके लिए कम से कम पाँच दिन तक बारिश नहीं होना अनिवार्य शर्त है। इसके अनुसार अगले पाँच दिनों तक उत्तरी क्षेत्र में बारिश नहीं होने पर मौसम विभाग 10 अक्टूबर के बाद मानसून की वापसी शुरू होने की आधिकारिक घोषणा कर सकेगा। मौसम विभाग के आँकड़ों के अनुसार पिछले एक सप्ताह में उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली और राजस्थान सहित 12 राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। हरियाणा में सामान्य बारिश हुई है। हालांकि उत्तर और मध्य क्षेत्र के राज्य जून से सितबंर के दौरान सामान्य या सामान्य से कम बारिश के दायरे में थे। इसी तरह दक्षिण और पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश की कमी दर्ज की गई थी।
एक से छह तक झमाझम
पिछले तीन महीने से सक्रिय दक्षिण पश्चिम मानसून की बारिश की कमी को महसूस कर रहे उत्तर और मध्य भारत के क्षेत्रों में बीते सप्ताह मानसून मेहरबान रहा। 1 से 6 अक्टूबर के दौरान जम्मू कश्मीर से लेकर राजस्थान तक लगभग सभी राज्यों में सामान्य से काफी अधिक बारिश दर्ज की गयी। अक्टूबर के पहले सप्ताह में राष्ट्रीय स्तर पर मानसून की सामान्य बारिश का स्तर 22.5 मिलीमीटर रहने का अनुमान व्यक्त किया था, लेकिन पूरे देश में इस अवधि में 22.1 मिलीमीटर (अनुमानित सामान्य स्तर से 2 प्रतिशत कम) बारिश हुई।