मध्यप्रदेश के किसानों को खाद, बीज और कीटनाशक की कमी नहीं हो: मंत्री डॉ. गोविंद सिंह

Dr. Govind Singh, Cabinet Minister for General Administration Deparment and Cooperative Department of MadhyaPradesh taking meeting in Datia district headquater on 3 October 2019



दतिया। किसानों को खाद, बीज और कीटनाशक की कमी नहीं हो। मध्यप्रदेश के सामान्य प्रशासन एवं सहकारिता मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने गुरुवार, 3 अक्टूबर 2019 को यहाँ कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला योजना समिति की बैठक में अधिकारियों को यह निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर बी.एस. जामोद, सेवढा विधायक घनश्याम सिंह, भाण्डेर विधायक श्रीमती रक्षा संतराम सरोनिया समेत समिति के सदस्यगण एवं विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि किसानों को खाद-बीज की कमी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने किसानों के लिए खाद-बीज एवं कीटनाशक की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने के उपसंचालक कृषि को निर्देश दिए। डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदेश में खाद-बीज का पर्याप्त मात्रा में भण्डारण कराया गया है। इसलिए जिले के लिए आवश्यकता अनुरूप खाद-बीज की माँग कर ली जाए। उन्होंने उपसंचालक कृषि को निर्देश दिए कि वे दुकानदारों की बैठकें लेकर उनके यहाँ पर्याप्त मात्रा में कृषि आदानों का भण्डारण कराने की पहल करें।
सहकारिता मंत्री डॉ. सिंह ने जिले में उद्यानिकी फसलों की स्थिति की समीक्षा करते हुए उद्यानिकी विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए कि वे किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए नई तरह की उद्यानिकी फसलें लेने हेतु किसानों को प्रेरित करें। ताकि किसानों को अधिक कमाई हो।
डॉ. सिंह ने कहा कि पुरानी परंपरागत उद्यानिकी फसलों में परिवर्तन कर उनके स्थान पर अच्छी कमाई देने वाली उद्यानिकी फसलें लेने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने हर विकासखण्ड में इस तरह की कम से कम दो उद्यानिकी फसलें हाथ में लेने के उद्यानिकी विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए। 
सहकारिता मंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए उन्हें उद्यानिकी फसलें लेने के लिए प्रेरित करें। हर विकासखण्ड में कम से कम दो उद्यानिकी फसलें विभागीय स्तर पर ली जायें, जिसे देखकर किसानों को प्रेरणा मिले। डॉ. गोविंद सिंह ने बिजली संबंधी शिकायतों के निराकरण के लिए गठित समितियों की नियमित बैठकें आयोजित करने को कहा।
मंत्री डॉ. सिंह ने अति-वर्षा से प्रभावित फसलों का सर्वे जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सर्वे में कोई भी प्रभावित किसान छूटना नहीं चाहिए। डॉ. सिंह ने जिले में गौ-शालाओं का शीघ्र निर्माण कराने पर बल दिया। वनाधिकार पट्टों की स्थिति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि दस्तावेजों की कमी के आधार पर अमान्य किए गए वनाधिकार पट्टों के प्रस्तावों पर दस्तावेजों की पूर्ति कराकर अग्रिम कार्यवाही करें।
सामान्य प्रशासन एवं सहकारिता मंत्री ने मध्य प्रदेश विद्युत मंडल के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को फसलों में सिंचाई के लिए बिजली की कमी नहीं होने दें। इस पर योजना बनाकर काम किया जाए।  उन्होंने अनावश्यक विद्युत कटौती नहीं किए जाने के निर्देश दिए। वर्तमान में चल रही विद्युत व्यवस्था को ठीक किया जाए। बेजा राशि के बिलों की जाँच कराई जाए। खासकर विद्युत संबंधी शिकायतों के निराकरण के लिए गठित समितियों की नियमित बैठकें कराकर ऐसे बिलों का निस्तारण कराया जाए।
उन्होंने कहा कि लाभकारी विद्युत योजनाओं का जरूरतमंदों को लाभ दिलाया जाए। उन्होंने कहा कि समितियों की बैठकें होती रहेंगी तो समस्याओं का निराकरण भी होता रहेगा।
मंत्री डॉ. सिंह ने बारिश से प्रभावित फसलों का जल्द सर्वे कराने के निर्देश दिए और कहा कि सर्वे में कोई भी प्रभावित किसान छूटना नहीं चाहिए। उन्होंने जिले में गौशालाओं का शीघ्र निर्माण कराने पर बल दिया और कहा कि जो सरपंच इस कार्य में रूचि नहीं ले रहे हों, उनसे लिखित में लेकर यह कार्य ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग को दे दिया जाए।
बैठक में वनाधिकार पट्टों की स्थिति की भी समीक्षा की गई। डॉ. सिंह ने दस्तावेजों की कमी के आधार पर अमान्य किए गए वनाधिकार पट्टों के प्रस्तावों पर कहा कि ऐसे प्रस्तावों में दस्तावेजों की पूर्ति कराकर वनाधिकार पट्टों के प्रस्तावों पर अग्रिम कार्यवाही की जाए।