किसानों के हित में शासन द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों का लाभ किसानों को समय पर मिले: कृषि मंत्री सचिन यादव 

 


Sachin Subhash Yadav Agriculture Minister of Madhyapradesh addressing Gwalior-Chambal division meeting in Krishi Vigyan Kendra, Gwalior on 22 October 2019
ग्वालियर-चंबल संभाग के कृषि, उद्यानिकी और मंडी सचिवों की बैठक हुई
ग्वालियर। किसानों के हित में शासन द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों का लाभ किसानों को समय पर मिले। मध्यप्रदेश में किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री सचिव यादव ने यहाँ मंगलवार, 22 अक्टूबर 2019 को ग्वालियर-चंबल संभाग की मंडियों, किसान कल्याण तथा उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों की बैठक में यह निर्देश दिए।
बैठक में राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के कृषि विज्ञान केन्द्र के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति एस.एन. राव, संयुक्त संचालक किसान कल्याण आनंद बड़ोनिया, चंबल संभाग के संयुक्त संचालक आर.सी. पटेल सहित ग्वालियर-चंबल संभाग के उप संचालक कृषि, ग्वालियर-चंबल संभाग के उप संचालक उद्यानिकी एवं ग्वालियर-चंबल संभाग की सभी मंडियों के सचिव उपस्थित थे। 
कृषि मंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों के हित में शासन द्वारा चलाई जा रही योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ किसानों को समय पर मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। 
सचिन यादव ने मंडियों की समीक्षा के दौरान कहा है कि मंडियों की आय में बढ़ोत्तरी होना चाहिए। ग्वालियर-चंबल संभाग की सभी मंडियाँ अपने कार्य को बेहतर तरीके से करें और अपनी मंडियों की श्रेणी को अपग्रेड करें। उन्होंने मंडी की आय को बढ़ाने के लिए सभी उपाय अपनाने के निर्देश दिए हैं। 
कृषि मंत्री श्री यादव ने कृषि विभाग की समीक्षा के दौरान सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि किसानों को मृदा स्वास्थ पत्रक का वितरण गाँव में जाकर करें। वितरण के साथ ही किसानों को कृषि के संबंध में आधुनिक तकनीक से भी अवगत करायें। उन्होंने आगामी रबी कार्यक्रम के लिए खाद-बीज की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए कहा कि किसानों को खाद-बीज की परेशानी नहीं आना चाहिए। सभी जिलों में समय रहते खाद-बीज का भण्डारण सुनिश्चित किया जाए।
बैठक के दौरान रबी कार्यक्रम के तहत ली जाने वाली फसलों के संबंध में भी विस्तार से समीक्षा की गई। मंत्री श्री यादव ने सभी जिलों के उप संचालक कृषि को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने जिले में किसानों को खेती किसानी की आधुनिक पद्धति से अवगत कराएं और किसानों को उनकी आय किस प्रकार बढ़ सकती है, इस बारे में भी जानकारी दें। किसानों को फसल बीमा के संबंध में भी समीक्षा की गई और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जय किसान फसल ऋण माफी योजना की भी समीक्षा की गई। समीक्षा के दौरान सभी जिलों में माफ किए गए ऋण के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की गई। बैठक में बताया गया कि ग्वालियर संभाग मे फसल ऋण के फर्जी प्रकरणों में सख्ती से कार्रवाई की गई है। संभाग में 18 लोगों के विरुद्ध पुलिस प्रकरण भी कायम किए गए हैं।
कृषि मंत्री सचिन यादव ने बैठक में उद्यानिकी विभाग की भी विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि खेती के साथ-साथ किसान उद्यानिकी को भी अपनाएं, इस दिशा में प्रयास किए जाना चाहिए। किसानों की आय वृद्धि में उद्यानिकी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। किसानों को इसकी अधिक से अधिक जानकारी देकर उद्यानिकी को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। 
बैठक में सभी जिलों के उपसंचालक कृषि ने अपने-अपने जिले में खेती किसानी के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयोगों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी।