कचरे से बनाएं खाद, घर और गाँव रहे साफ: डॉ. राऊत

गांधी जयंती पर कृषि विज्ञान केन्द्र, बड़गाँव, बालाघाट ने दिलाई ग्राम में स्वच्छता रखने की शपथ
बालाघाट। कचरे से बनाएं खाद ताकि घर और गाँव साफ रहे। डॉ. आर.एल. राऊत, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख, कृषि विज्ञान केन्द्र, बड़गाँव, बालाघाट ने यह विचार ग्राम पंचायत बुट्टे में बुधवार, 2 अक्टूबर 2019 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी की जयंती के अवसर पर व्यक्त किये।
स्कूल में आयोजित इस कार्यक्रम में डॉ. राऊत ने बच्चों को स्वच्छता के बारे में समझाईश दी और उन्हें अपने घर तथा उसके आसपास सफाई रखने पर ध्यान देने को कहा। बच्चों को बताया कि यदि उनके घर के आसपास एकत्रित कचरा सड़ता है तो उससे बीमारियाँ फैलती हैं।
बच्चों को बताया कि वैज्ञानिक विधि से कचरे से खाद तैयार की जा सकती है। कचरे को शीघ्र सड़ाने के लिये वर्मीकम्पोस्ट या नाडेप टांका बनाना पड़ता है। इस तरह से तैयार खाद को खेतों में प्रयोग करने पर खेत में नींदा का प्रकोप कम होता है जिससे अधिक उत्पादन प्राप्त होता है। कचरे से खाद बनाने से घर और गाँव में स्वच्छता बनी रहती है।
डॉ. राऊत ने गाँव में सफाई के महत्व को समझाते हुए खेती एवं गाँव को कैसे साफ रख सकते हैं इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने महिलाओं की कृषि में योगदान के महत्व को बतलाया।
केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. एस.आर. धुवारे ने धान की श्री विधि एवं जैविक उत्पादन विषय पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। वैज्ञानिक डॉ. बी.के. प्रजापति ने पशुओं के पोषण आहार एवं हरे चारा के प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। इस कार्यक्रम में कार्यक्रम सहायक डॉ. मुरलीधर इंगले ने महिलाओं को खान में संतुलित भोजन कैसे पकाये एवं संतुलित आहार ले लिए जिससे कुपोषण को दूर किया जा सकता हैं।
इसी अवसर पर वैज्ञानिक डॉ. एस.के. जाटव ने कृषि उत्पादन में नई किस्मों के योगदान को बताया तथा किसानों को सुगंधित धान चिन्नौर एवं जीराशंकर प्रजाति का उत्पादन लेने की सलाह दी।
इस अवसर पर आत्मा समिति लालबर्रा के अध्यक्ष चन्द्रकिशोर बघेले ने कृषकों को कृषि विज्ञान केन्द्र, बड़गाँव, बालाघाट द्वारा चलाई हर किचन गार्डन के प्रदर्शन को अपनाने एवं कृषि की नई पद्धति को अंगीकृत करने की सलाह दी।
कार्यक्रम को स्कूल के शिक्षक एवं शिक्षिकाओं ने भी संबोधित किया। उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों से सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का के आह्वान किया था। इसलिए हम सभी इसका उपयोग करना बंद करें।
ग्राम सरपंच श्रीमती कांति अरविंद गाड़ेश्वर ने बच्चों को साफ-सफाई एवं अच्छी पढ़ाई के महत्व के बारे में समझाया। ग्राम के उपसरपंच लक्ष्मीचंद झंझाड़े ने सभी कृषकों द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा बनायी जा रही जानकारी को पूर्णत: अमल में लाने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में स्कूल के 65 छात्र-छात्राओं और 95 कृषकों ने भाग लिया। कार्यक्रम के सफल संचालन में केन्द्र के सुखलाल वास्केल एवं हेमंत राहंगडाले ने विशेष योगदान दिया।