जशपुरनगर (छत्तीसगढ़)। जशपुर जिले में 15 अक्टूबर के बाद से नालों के बहते पानी को रोकने के लिए जनसहयोग से नाला बंधान का विशेष अभियान संचालित होगा। जिला कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीसागर ने गुरुवार, 3 अक्टूबर 2019 को यह जानकारी दी।
अभियान को लेकर जिला प्रशासन ने सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र के बरसाती एवं बाहरमासी नालों के बंधान हेतु उपयुक्त स्थल का चयन करने के भी निर्देश दिए है। बहते पानी को रोकने के लिए मनरेगा से भी नालों में ब्रशहुड, गलीप्लग, लूज बोल्डर चेक, ग्रेबियन स्ट्रक्चर, परकोलेश्न टेंक आदि संरचनाओं का भी निर्माण किया जाएगा।
कलेक्टर ने कहा कि यह अभियान छत्तीसगढ़ शासन की अतिमहत्वपूर्ण सुराजी ग्राम योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन द्वारा इससे पूर्व जलसंरक्षण एवं नालों के बंधान तथा तालाबों की साफ-सफाई का विशेष अभियान जिले में संचालित किया गया था। जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के साथ ही श्रमदान किया था। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों से ग्रामीणों ने अपने गाँव के नालों को बांधा था।
कलेक्टर ने सभी जनपदों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों एवं जल संसाधन विभाग को नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना के अंतर्गत नालों के बंधान के संबंध शासन के निर्देश का पालन सुनिश्चित करते हुए मनरेगा से कार्य कराए जाने के लिए प्राक्कलन तैयार करने के निर्देश दिए है। शासन के निर्देश के अनुसार नालों के उपचार के लिए चयनित नाला की औसतन लंबाई 8 से 10 किलामीटर होनी चाहिए। यदि नाला 10 किलोमीटर से अधिक है तो उसके उपचार का प्राक्कलन दो अलग-अलग भागों में तैयार किया जाएगा। नाले का जलग्रहण क्षेत्र (कैचमैंट एरिया) 1,200-1,500 हेक्टयर होना चाहिए। इसके उपचार के लिए ब्रशहुड, गलीप्लग, लूजबोल्डर चेक, ग्रेबियन स्ट्रक्चर, परकोलेश्न टेंक आदि संरचनाओं के निर्माण को प्राक्कलन में शामिल किया जा सकता है।
जशपुर जिले में नाला बंधान का विशेष अभियान संचालित होगा: कलेक्टर