जवाफूल, लोकटीमाछी, बादशाहभोग, दुबराज चावल की वैश्विक पहचान बनाएं
दंतेवाड़ा (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के जैविक उत्पादों को विश्वभर में पहुँचाएं। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसूईया उईके ने दन्तेवाड़ा प्रवास के दौरान मंगलवार, 1 अक्टूबर 2019 को स्थानीय सर्किट हाउस में जिले के किसानों से भेंटकर यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने किसानों की समस्या सुनी और निराकरण हेतु आवश्यक पहल करने का भरोसा दिलाया।
राज्यपाल सुश्री उईके ने दन्तेवाड़ा जिले में जैविक खेती करने वाले किसानों से भेंट कर उनके जैविक उत्पादों की प्रशंसा की और इन उत्पादों को देश-दुनिया में पहुँचा कर आय अर्जित करने की सलाह दी।
इस दौरान जैविक खेती करने वाले किसानों के संगठन भूमगादी के सदस्य किसान रतीराम, कमलोचन सेठिया, महेश्वर प्रधान आदि ने जवाफूल, लोकटीमाछी, बादशाहभोग, दुबराज इत्यादि चावल सहित लघु धान्य फसल कोदो-कुटकी तथा उड़द, अरहर, मूँग, कुल्थी दलहन फसल लेने और इनसे बनाये जाने वाले जैविक उत्पादों के बारे में अवगत कराया।
राज्यपाल ने किसानों से कहा कि वे जवाफूल, लोकटीमाछी, बादशाहभोग, दुबराज चावल की वैश्विक स्तर पर पहचान बनाएं। उन्होंने सरकार की ओर से इस संबंध में हर प्रकार की सहायता दिलाने का वादा किया।
उक्त किसानों ने राज्यपाल सुश्री उईके को जवाफूल चावल भी भेंट किया। किसान महेन्द्रनाथ और चरणसिंह ने जैविक खाद बनाने के तरीकों की जानकारी देते हुए जैविक खेती-किसानी के अपने अनुभव को साझा किया।
इस दौरान महिला स्व-सहायता समूहों की लखमी, बुधरी, शांता, भारती ताती, मिटकी सोढ़ी आदि ने अचार-पापड़, बांस शिल्प तैयार कर स्थानीय स्तर पर विक्रय और मुनाफे के बारे में बताया। इन महिलाओं ने बताया कि उनका अचार-पापड़ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के शिविरों में आपूर्ति किया जाता है, जिससे उन्हें विपणन के लिये सुविधा होने के साथ ही अच्छा लाभ हो रहा है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने आगामी चार महीने के लिये अग्रिम आर्डर दिया है, जिसे पूर्ति करने हेतु सभी महिलाएं खूब मेहनत कर रही हैं।
इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला विनय नाग सहित अन्य जनप्रतिनिधि, राज्यपाल के सचिव सुरेन्द्र कुमार जायसवाल, कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा, पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव तथा जिला प्रशासन के अधिकारीगण मौजूद थे।
छत्तीसगढ़ के जैविक उत्पादों को विश्वभर में पहुँचाएंं: राज्यपाल सुश्री अनुसूईया उईके