बिहार व झारखंड में पहली खेप में 100 टन कश्मीरी सेब बेचेगा बिस्कोमान

BISCOMAUN Chairman Dr. Sunil Kumar Singh is with NAFED Chairman Dr. Brijendra Singh and Managing Director Sanjeev Chaddha at NAFED office in New Delhi


पटना। बिहार राज्य की शीर्ष सहकारी संस्था बिस्कोमान उर्वरक व्यवसाय के क्षेत्र में पहले ही सिक्का जमा चुका है। अब एक नये व्यवसाय की पहल नये कार्य के लिए बिस्कोमान ने पूर्ण रूपेण कमर कस ली है।
 बिस्कोमान, बिहार व झारखंड में पहली खेप में 100 टन कश्मीरी सेब बेचेगा। बिस्कोमान (बिहार व झारखंड) के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार सिंह ने नेफेड के राष्ट्रीय कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. बिजेन्द्र सिंह और प्रबंध निदेशक संजीव चड्डा को विश्व प्रसिद्ध कश्मीरी सेब के व्यवसाय के लिए एक करोड़ का अतिरिक्त शेयर (हिस्सा-पूंजी) का चेक नयी दिल्ली स्थित कार्यालय में सौंप दिया है। सारण के बिस्कोमान केंद्रों का निरीक्षण करने पहुँचे बिस्कोमान के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार सिंह ने पत्रकारों को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने कश्मीरी सेब बेचने के लिए नेफेड को नोडल एजेंसी बनाया है। नेफेड की सम्बद्ध इकाई होने के कारण शीर्ष सहकारी संस्था बिस्कोमान को नेफेड ने बिहार व झारखंड में कश्मीरी सेब बेचने के लिए नोडल एजेंसी बनाया है। बिहार में हिमाचल के अतिरिक्त अन्य प्रदेशों से सेब की भारी आवक होती थी।
डॉ. सिंह ने बताया कि इसके लिए नेफेड को शुक्रवार, 4 अक्टूबर 2019 को बिस्कोमान के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार सिंह के निर्देश पर प्रबंध निदेशक राम प्रताप सिंह ने पत्र भेजा।
उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में बदली हुई परिस्थिति के कारण कश्मीर का सेब बिहार के नागरिकों को गुणवत्तापूर्ण उचित दाम पर उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। बिस्कोमान ने नेफेड को एक करोड़ रुपये का एडवांस चेक देकर बिहार व झारखंड के लिए जल्द आपूर्ति का आग्रह किया था। अब बिहार के जितने भी सेब बेचने वाले व्यापारी हैं वे बिस्कोमान से ही सेब की खरीदारी करेंगे। बिस्कोमान के वितरण केंद्र, सक्षम पैक्स व सहकारी समितियाँ भी सेब बेच सकती हैं।
डॉ. सिंह ने बताया कि सेब कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद वहाँ के किसानों की परेशानी को देखते हुए उनके हित में केंद्र सरकार ने ऐसा निर्णय लिया है। वहाँ के किसानों से राष्ट्रीय एजेंसी नेफेड अब सेब की खरीदारी कर विभिन्न एजेंसी के माध्यम से लोगों तक सेब पहुँचायेगा।
पाँच किलो के भी पैकेट में होगा
ज्ञात हो कि बिहार में प्रतिदिन एक सौ ट्रक सेब की बिक्री होती है। एक ट्रक में लगभग 20 टन सेब रखा जाता है। वैसे भी छठ पर्व के मौसम में तीन दिन पहले से ही एक हजार ट्रक सेब की रोज खपत होती है। लोगों की सुविधा के ख्याल से बिस्कोमान 5 किलो सेब का भी पैकेट तैयार करवाएगा।
उर्वरक बिक्री में पहले से ही जमा है सिक्का बिहार
बिस्कोमान ने बिहार के किसानों के बीच में 265 रुपये में यूरिया बेचकर अपनी साख जमाई है। जो पूरे राज्य के किसानों के लिए वरदान साबित हुआ है। डॉ. सिंह ने कहा कि जिस तरह से बिस्कोमान ने उर्वरक व उपभोक्ता के क्षेत्र में राज्य के किसानों के दिल में जगह बनायी है ठीक उसी तरह से भारत सरकार द्वारा लिये गये निर्णय को देश के शीर्ष सहकारी संस्था नेफेड, नयी दिल्ली के माध्यम से बिस्कोमान अब विश्व प्रसिद्ध कश्मीर सेब को आम जनता के बीच पहुँचायेगा।