नवम्बर माह तक सड़कों का सुधार कार्य पूरा किया जाए
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने सड़क सुधार कार्यों के प्रगति की समीक्षा की
भोपाल। अतिवृष्टि के कारण क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के सुधार कार्य की प्रगति की समीक्षा प्रति सप्ताह की जाए। नवम्बर माह के अंत तक सड़कों के मरम्मत का कार्य पूरा किया जाए। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने यहाँ मंत्रालय में गुरुवार, 24 अक्टूबर 2019 को भारी वर्षा के कारण ग्रामीण, नगरीय एवं लोक निर्माण विभाग की खराब हुई सड़कों के सुधार कार्य की प्रगति की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। बैठक में लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा एवं पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल उपस्थित थे।
प्रदेश में भारी वर्षा के कारण 91,927 किलोमीटर सड़कों की मरम्मत की जाना है। मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि सभी क्षतिग्रस्त सड़कों के मरम्मत का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता हो। उन्होंने इसके लिए वित्तीय संसाधन को जुटाने और इसके कारण कार्य में कोई बाधा न आए इसके निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़कों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए। सुधार कार्य में आधुनिक तकनीक का उपयोग हो। श्री नाथ ने स्पष्ट कहा कि गुणवत्ता के मामले कोई भी कोताही न होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सड़कों के रख-रखाव और निर्माण कार्यों में अन्य राज्यों में अपनाई गई प्रक्रिया का अध्ययन करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि इस बात की तुलना होना चाहिए कि सड़क निर्माण के बाद प्रदेश और अन्य राज्यों की सड़कों की आयु सीमा कितनी है। श्री नाथ ने कहा कि सड़कों का निर्माण इस तरह किया जाए कि भारी वर्षा के कारण सड़कें खराब न हो। मुख्यमंत्री ने सड़कों के निर्माण कार्य में विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र में केन्द्र सरकार से राशि प्राप्त करने के लिए प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में लोक निर्माण विभाग की 5,954 किलोमीटर सड़कें क्षतिग्रस्त हुई है। जिसमें राष्ट्रीय राजमार्ग की 199 कि.मी., राजमार्ग 786 कि.मी., जिला स्तर की 1,787 कि.मी. तथा अन्य 3,282 कि.मी. सड़कों को भारी वर्षा के कारण नुकसान पहुँचा है। वर्षा के कारण 1,015 पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त हुई हैं। नगरीय क्षेत्रों की 3,800 कि.मी. की सड़कों को क्षति पहुँची है। ग्रामीण क्षेत्रों की 82,173 कि.मी. सड़कों का रख-रखाव किया जाना है। इन सभी सड़कों का सुधार कार्य नवम्बर माह तक पूरा कर दिया जाएगा।
बैठक में मुख्य सचिव एस.आर. मोहन्ती, अपर मुख्य सचिव वित्त अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास श्रीमती गौरी सिंह, प्रमुख सचिव लोक निर्माण मलय श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव नगरीय विकास संजय दुबे और प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री व लोकसेवा प्रबंधन अशोक बर्णवाल उपस्थित थे।