नयी दिल्ली। आंध्र प्रदेश से टमाटर की आपूर्ति बढ़ाई जाये और टमाटर प्यूरी 100 से 200 ग्राम की पैकिंग में उपलब्ध करवाई जाये। उपभोक्ता मामलों के सचिव अविनाश के. श्रीवास्तव की अध्यक्षता में अंतर मंत्रालयी समिति ने शुक्रवार, 18 अक्टूबर 2019 को बैठक में यह निर्णय लिये। टमाटर की कीमतों और उपलब्धता की स्थिति की समीक्षा करने के लिये बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, बागवानी आयुक्त, प्रबंध निदेशक नैफेड, मदर डेयरी, केंद्रीय भंडार, एनसीसीएफ के प्रतिनिधियों और उपभोक्ता मामलों के विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में कृषि मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने बताया कि प्रमुख उत्पादक राज्य आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में टमाटर की फसल को कोई विशेष नुकसान नहीं पहुँचा है क्योंकि यह एक उच्च भूमि क्षेत्र है। कर्नाटक में टमाटर की आवक मंडियों में शुरू हो गई है और इसका विशेष रूप से दक्षिणी क्षेत्र में कीमतों पर तत्काल प्रभाव पड़ेगा। कुछ राज्यों को छोड़कर अधिकांश राज्यों में टमाटरों की कीमतें सामान्य हो गई हैं। मध्य प्रदेश से आवक शुरू हो गई है, इसका कीमतों पर तत्काल प्रभाव पड़ेगा। बैठक में बताया गया कि टमाटर की कीमतों में गिरावट का रूख शुरू हो चुका है। मदर डेयरी के प्रतिनिधियों ने बताया कि मदर डेयरी के पास खुदरा बिक्री के लिए टमाटर प्यूरी की पर्याप्त आपूर्ति उपलब्ध है।
टमाटर की आपूर्ति बढ़ाने के लिए यह लिए गए निर्णय
बागवानी आयुक्त, भारत सरकार से कहा गया कि आंध्र प्रदेश के बागवानी आयुक्त को पत्र लिखकर उनसे दिल्ली एनसीआर सहित टमाटर के प्रमुख माँग केंद्रों में आपूर्ति बढ़ाने के लिए ताजा टमाटर भेजने के लिए कहा जाए।
मदर डेयरी 55 प्रति किलोग्राम की दर पर टमाटर बेचे।
मदर डेयरी / सफल को 800 ग्राम के टमाटर प्यूरी पैकेटों की दोबारा पैकिंग पर विचार करे। सभी आउटलेट्स पर व्यापक खपत और खुदरा बिक्री के लिए टमाटर प्यूरी को 100-200 ग्राम के छोटे पैकेट में प्रस्तुत करे।