उत्तर प्रदेश का पहला कम्प्रेस्ड जैव गैस संयंत्र गोरखपुर में बनेगा
गोरखपुर, बुधवार, 11 सितंबर 2019। उत्तर प्रदेश का पहला कम्प्रेस्ड जैव गैस संयंत्र गोरखपुर में बनेगा। धुरियापार चीनी मिल परिसर में बनने वाले इस संयंत्र पर 150 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसमें 250 लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा। इसका शिलान्यास 18 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान करेंगे। इसको लेकर नाफेड और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने तैयारियाँ शुरू कर दी हैं।
धुरियापार चीनी मिल परिसर में 700 करोड़ रुपये की लागत से देश का पहला बायोमास आधारित दूसरी पीढ़ी का एथेनॉल संयंत्र स्थापित होना है। इसके लिए 50 एकड़ जमीन को लेकर किसान सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड हरपुर-गजपुर और इंडियन ऑयल के बीच अनुबंध हो चुका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर अब इस परियोजना में कम्प्रेस्ड जैव गैस संयंत्र को भी जोड़ दिया गया है। जब तक एथेनॉल संयंत्र बनेगा तब तक 20 टन प्रतिदिन क्षमता के कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र से सीएनजी का उत्पादन शुरू हो जाएगा। इसमें वीपीएसए (वैक्यूम प्रेशर स्विंग एडसार्प्शन) तकनीक का उपयोग होगा। इस संयंत्र में पराली, गन्ने की खोई, गोबर और हरे-गीले कचरे से मीथेन गैस बनाई जाएगी। इस गैस को कम्प्रेस कर सिलेंडर में भर दिया जाएगा। वाहनों में उपयोग के लिए इसे इंडियन ऑयल के प्रेट्रोल पंपों पर 48 रुपये प्रति किलो की दर से बचा जाएगा। गाडिय़ों में इसका उपयोग पर्यावरण के अनुकूल होने के साथ ही पेट्रोल और डीजल के मुकाबले काफी सस्ता भी होगा।
200 टन कचरे की रोज जरूरत
संयंत्र में रोज 20 टन कंप्रेस्ड सीएनजी का उत्पादन करने के लिए 200 टन कचरे की जरूरत होगी। इस प्रक्रिया में निॢमत होने वाली कम्पोस्ट खाद को बिक्री के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
किसान की बढ़ेगी आय मिलेगा रोजगार
गोबर, पराली और अन्य कूड़े की खरीद किसानों से एक रुपये प्रति किलोग्राम तक की दर से की जाएगी। हालांकि इस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं हुआ है। जैव सीएनजी के उपयोग से प्रदूषण कम होगा। कम्पोस्ट खाद के उपयोग से रसायनिक खाद का उपयोग भी घटेगा।
इनका कहना है
''गोरखपुर में कम्प्रेस्ड बायो गैस संयंत्र, एथेनॉल संयंत्र से पहले ही तैयार हो जाएगा। इस संयंत्र में तैयार जैव सीएनजी 48 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिक्री की जाएगी।'' -अभ्युदय कुमार शाही, सीडीएसएम, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन।
उत्तर प्रदेश का पहला कम्प्रेस्ड जैव गैस संयंत्र गोरखपुर में बनेगा