अशोकनगर। उपज का मूल्य संवर्धन कर किसान अपनी आय को दोगुनी करने का प्रयास करें किसान। कृषि विज्ञान केन्द्र, धार के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. कमल सिंह किराड़ ने इस आशय के विचार यहाँ सोमवार, 21 सितम्बर 2019 को वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में व्यक्त किए। सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित किया।
डॉ. किराड़ ने आमंत्रित प्रगतिशील अतिथियों से आग्रह किया कि आमदनी बढ़ाने के लिए उपज का मूल्य संवर्धन करें। साथ ही फसल लागत को भी कम करने का प्रयास करें।
प्रगतिशील कृषक अभय खैर ने जैविक खेती के महत्व को प्रतिपादित करते हुए उसे आज की आवश्यकता बताया। श्रीमती मनोरमा अग्रवाल द्वारा पोषक तत्वों के प्रबंधन से लेकर पौध संरक्षण का कार्य जैविक विधियों के बारे में बताया। सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती दिव्यप्रभा तायड़े ने हाइड्रोफोनिक्स एवं पॉली हाउस पर प्रशिक्षण की बात कही। लवकुमार जैन ने गेहूँ एवं धान की अधिकतम उत्पादन की जानकारी दी। कृषि विभाग के सहायक संचालक अशोक कुमार कुशवाह एवं बी.टी.एम बैजनाथ सिंह यादव ने तरल जैव उर्वरकों का उपयोग कर उकठा रोग की रोकथाम एवं रासायनिक खादों के खर्च में कटौती के संबंध में अनुभव बांटे।
उद्यान विभाग के डॉ. डी.के. सिंह एवं के.पी. शर्मा ने टमाटर के मूल्य संवर्धन आधारित गृह उद्योगों की स्थापना हेतु अनुरोध किया। प्रगतिशील कृषक राजपाल सिंह यादव द्वारा टपक पद्धति से उनके प्रक्षेत्र पर 4,000 पपीतों की खेती के अवलोकन का आग्रह किया।
पशुपालन विभाग के डॉ. तिवारी द्वारा पशुओं को वर्ष भर हरा चारा उपलब्ध कराने एवं फसल चक्र में एलीफेंट घास लगाने की बात कही। शंकर राव भौंसले ने गिर नस्ल की गायों की डेयरी के वैज्ञानिक तकनीक से देखरेख की जानकारी देने हेतु अनुरोध किया।
इससे पूर्व डॉ. बी.एस. गुप्ता ने पिछली छ: माह की कार्य तथा आगामी कार्ययोजना प्रस्तुत की एवं पिछली बैठक की कार्यवाही से अवगत कराया। कार्यक्रम में राष्ट्रीय अजीविका मिशन की सुश्री शकुन्तला डिण्डोरे, कृषि अभियांत्रिकी के नवीन कुमार, जनपद पंचायत ईशागढ़ से सतपाल सिंह जाट, मसाला बोर्ड गुना से किशन सिंह डामोर, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी मुकेश रघुवंशी, बीज विकास निगम से एस.के. यादव, आरसेटी के जितेन्द्र बिरथरे विशेष रूप से उपस्थित रहे।
डॉ. कमल सिंह किराड़ ने इससे पूर्व प्रदर्शन इकाईयाँ एवं सोयाबीन के क्लस्टर प्रदर्शनों का भी भ्रमण किया।
उपज का मूल्य संवर्धन कर आय को दोगुनी करें किसान: डॉ. किराड़