रबी सत्र में बीज एवं उर्वरक की पर्याप्त आपूर्ति: कृषि मंत्रालय

Wheat Seed


रबी सत्र के लिए 149 लाख टन बीज और 319 लाख टन उर्वरकों की आवश्यकता रहने का अनुमान


नई दिल्ली, सोमवार, 30 सितम्बर 2019। रबी बुआई सत्र के दौरान किसानों के लिए बीजों एवं उर्वरकों की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। विदित हो कि रबी की बुआई अक्टूबर में शुरू होती है। अधिकारी ने कहा कि फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) के रबी सत्र के लिए 149 लाख टन बीज और 319 लाख टन उर्वरकों की आवश्यकता रहने का अनुमान है।
अधिकारी ने बताया, 'हमारे पास आगामी रबी बुआई सत्र के लिए बीजों की पर्याप्त आपूर्ति है। हमारे पास इस वर्ष के रबी सत्र के लिए लगभग 169.67 लाख टन बीज उपलब्ध है।' इस दौरान गेहूँ के 122 लाख टन बीज की आवश्यकता होगी जबकि देश में इस वर्ष लगभग 140 लाख टन गेहूँ का बीज उपलब्ध है। इसी तरह चना बीज की 21.06 लाख टन की आवश्यकता के मुकाबले 24 लाख टन बीच का इंतजाम है। सरसों बीज की 2.05 लाख टन की आवश्यकता होगी जबकि 2.25 लाख टन बीज की व्यवस्था की जा सकती है। ज्वार, काला चना, मूँग और मसूर के बीजों की उपलब्धता भी मौसम के दौरान आवश्यकता से अधिक होने का अनुमान है।
उन्होंने कहा कि रबी की माँग को पूरा करने के लिए उर्वरकों की भी आपूर्ति की पर्याप्त व्यवस्था है। सरकार ने रबी सत्र के दौरान 319 लाख टन की आवश्यकता होने का अनुमान लगाया है। इसमें से यूरिया की आवश्यकता 174 लाख टन, डाई-अमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) की 51.61 लाख टन, म्यूरेट आफ पोटाश की (एमओपी) की आवश्यकता 17.76 लाख टन, एनपीके उर्वरक की आवश्यकता 50.13 लाख टन और सुपर सल्फेट (एसएसपी) की आवश्यकता 25.33 लाख टन की है।