प्याज की जमाखोरी न करें व्यापारी, अन्यथा सख्त कार्रवाही होगी: रामविलास पासवान
नई दिल्ली। प्याज की जमाखोरी न करें व्यापारी, अन्यथा सख्त कार्रवाही होगी। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने मंगलवार, 24 सितम्बर 2019 को संवाददाताओं से चर्चा में यह बात कही।
उन्होंने प्याज की कालाबाजारी और जमाखोरी करने वाले व्यापारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि सरकार स्टॉक सीमा लगाने पर भी विचार कर सकती है।
श्री पासवान ने कहा, ''महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में पिछले दिनों आई बाढ़ के कारण प्याज की आपूर्ति प्रभावित हुई है, लेकिन स्टॉक की कमी नहीं है। सरकारी एजेंसियों के स्टॉक में 35 हजार टन प्याज पड़ा हुआ है। प्याज की कालाबाजारी और जमाखोरी की वजह से इसके दामों में जबरदस्त उछाल आया है।''
रामविलास पासवान ने कहा कि सरकार सस्ते दरों पर प्याज उपलब्ध करवाने की दिशा में कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि बीते सत्र में सरकारी एजेंसियों ने 50 हजार टन प्याज खरीद कर बफर स्टॉक बनाया था।
आसमान छू रहे प्याज के दाम को लेकर हरकत में आई सरकार ने कीमतों को काबू करने की दिशा में सभी जरूरी कदम उठाने का संकेत दिया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर प्याज की खुदरा कीमतें अधिक बनी रहीं तो केंद्र सरकार प्याज व्यापारियों पर इसके स्टॉक रखने की सीमा तय करने के बारे में विचार करेगी। व्यापारियों के स्टॉक रखने की सीमा को तय करने के लिए सरकार कुछ समय तक कीमत की स्थिति का इंतजार करेगी क्योंकि सरकार किसानों के हित के लिए भी समान रूप से चिंतित है।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल-मई में 20 से 25 रुपये तक बिकने वाला प्याज सितंबर में 80 रुपये किलो तक बिक रहा है। दिल्ली की कॉलोनियों में प्याज 70 से 80 रुपये प्रति किलो भाव से मिल रहा है। प्याज की बढ़ी कीमतों से कई राज्य भी परेशान हैं। हरियाणा, आंध्र प्रदेश, दिल्ली, त्रिपुरा और ओडिशा, पाँच राज्यों ने प्याज उपलब्ध कराने की माँग की है।
2015 के बाद इतना बड़ा उछाल
मंडी के कारोबारियों के अनुसार, 2015 के बाद पहली बार देश में प्याज इतने महंगे भाव मिलने लगे थे। गौरतलब है कि बीते सप्ताह दिल्ली में प्याज का थोक भाव 50 रुपये प्रति किलो से ऊपर चला गया था जब देश की राजधानी में प्याज का खुदरा भाव 70-75 रुपये प्रति किलो हो गया था। देश के अन्य हिस्सों में भी प्याज के दाम आसमान छूने लगे थे। महाराष्ट्र जैसे देश के प्रमुख प्याज उत्पादक राज्य में बाढ़ के कारण मंडियों में आपूर्ति प्रभावित हुई है। इस कारण एक महीने में प्याज में तेजी आयी है।। पिछले सप्ताह की बारिश ने आपूर्ति को और प्रभावित किया है, जिसके कारण राष्ट्रीय राजधानी और देश के अन्य हिस्सों में प्याज के दाम चढ़ कर 70-80 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुँच गए गए हैं।
प्याज की जमाखोरी न करें व्यापारी, अन्यथा सख्त कार्रवाही होगी: रामविलास पासवान