नई दिल्ली। चार महीने वाला मॉनसून सत्र सामान्य रूप में सोमवार को समाप्त हो रहा है लेकिन ऐसी संभावना है कि अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में इसकी वापसी हो जाएगी। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने शनिवार, 28 सितम्बर 2019 को यह जानकारी दी है।
मॉनसून सत्र सामान्य रूप में 1 जून से शुरू होता है और 30 सितंबर को समाप्त होता है। यह 15 जुलाई को पश्चिमी राजस्थान के श्रीगंगानगर में पहुँचता है जो देश में मॉनसून का अंतिम पड़ाव होता है और 1 सितंबर से पीछे हटना शुरू कर देता है। अलबत्ता मॉनसून ने अब तक लौटने का कोई संकेत नहीं दिया है, बल्कि राजस्थान, बिहार और उत्तर प्रदेश के कई भागों में अब भी मॉनसून सक्रिय रूप से मौजूद है।
मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि कम दबाव वाले भागों की वजह से गुजरात और राजस्थान के क्षेत्रों में बारिश हो रही है और 5 अक्टूबर तक जारी रह सकती है। भारतीय मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 3 अक्टूबर तक बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश, झारखंड और पश्चिमी बंगाल के आस-पास अत्यधिक भारी बारिश तथा पंजाब, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तरी ओडिशा, गुजरात, मिजोरम, त्रिपुरा, केरल और लक्षद्वीप में सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार हैं। श्री महापात्र ने कहा कि संभवत: यह मॉनसून के लौटने में दर्ज सबसे लंबी अवधि वाली देरी हो।
मॉनसून जाने के बाद भी देश के कई भागों में मूसलाधार बारिश जारी