ड्रिप सिंचाई के लिए 90 प्रतिशत राजसहायता देगा बिहार: प्रेम कुमार

Dr. Prem Kumar Bihar Agriculture Minister in Nitish Kumar Government डॉ. प्रेम कुमार, कृषि मंत्री, बिहार सरकार


ड्रिप सिंचाई के लिए 90 प्रतिशत राजसहायता देगा बिहार: डॉ. प्रेम कुमार
पटना, मंगलवार, 10 सितंबर 2019। बिहार सरकार ने किसानों को ड्रिप के माध्यम से सिंचाई करने के लिए 90 प्रतिशत राजसहायता देने का निर्णय लिया है। बिहार के कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि सूखे की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए बिहार सरकार अब सिंचाई की नई तकनीकों पर जोर दे रही है। इसके तहत कृषि विभाग ने किसानों को स्प्रिंकलर और ड्रिप सिंचाई पर अधिक छूट देने का निर्णय लिया है।
कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा, 'राज्य में पिछले वर्षों में बारिश की स्थिति अस्थिर रही है। राज्य में औसत वर्षा कम हो रही है। इसके अलावा अगर उत्तर बिहार में बाढ़ की स्थिति रहती है तो हमारे राज्य के दक्षिण हिस्से सूखे से परेशान रहते हैं। इस साल भी यही हो रहा है, इसलिए हम सिंचाई की नई तकनीक को बढ़ावा दे रहे हैं। इसके लिए राज्य सरकार 90 प्रतिशत तक का अनुदान दे रही है।'
योजना के तहत बिहार राज्य के सूखे से अधिक प्रभावित 17 जिलों को प्राथमिकता दी गई है। इन जिलों में इस योजना को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है। नवादा, जमुई, गया, औरंगाबादा, रोहतास, कैमूर, भोजपुर, जहानाबाद, और अरवल जैसे जिलों में इस योजना पर अधिक ध्यान देने के लिए कहा गया है। इन क्षेत्रों में राज्य में सामान्य से कम बारिश होती है। कृषि विभाग ने सिंचाई की नई तकनीक पर 90 प्रतिशत तक की राजसहायता देने का ऐलान किया है।
योजना के तहत सबसे अधिक ध्यान स्प्रिंकलर और ड्रिप इरिगेशन पर दिया जाएगा। खेतों में स्प्रिंकलर लगाने पर 75 प्रतिशत अनुदान देने का निर्णय लिया गया है। ड्रिप व्यवस्था लगाने पर राज्य सरकार ने 90 प्रतिशत की राजसहायता देने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार के अनुसार स्प्रिंकलर लगाने पर करीब 75,000 रुपये प्रति हेक्टेयर का खर्च आता है। दूसरी तरफ ड्रिप इरिगेशन के लिए किसानों को एक हेक्टेयर में 1.34 लाख रुपये खर्च करने पड़ते हैं। इस हिसाब से कृषि विभाग किसानों को राजसहायता दे रहा है।