नयी दिल्ली। भारतीय किसान जल्द ही अपने खेतों में ड्रोन से फसल सुरक्षा उत्पादों का छिड़काव कर सकेंगे। कृषि मंत्रालय इस संबंध में दिशानिर्देश तैयार कर रहा है। अश्विनी कुमार, संयुक्त सचिव (बीज और मशीनीकरण और प्रौद्योगिकी), भारत सरकार ने यह जानकारी सोमवार, 30 सितम्बर 2019 को यहाँ आयोजित एक कार्यक्रम में दी।
क्रॉपलाइफ इंडिया की 39वीं वार्षिक आम बैठक को संबोधित करते हुए अश्विनी कुमार ने कहा, ''भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ड्रोन द्वारा फसल सुरक्षा उत्पादों के अनुप्रयोग पर एक अध्ययन कर रहा है जिसकी रिपोर्ट जल्द ही मंत्रालय को सौंपी जाएगी।'' उन्होंने कहा कि मंत्रालय इस दिशा में नजदीकी तालमेल के साथ काम कर रहा है और फसल सुरक्षा उत्पादों के उपयोग के लिए जल्द से जल्द ड्रोन अनुप्रयोगों के लिए दिशानिर्देश जारी करेगा। उन्होंने कहा कि विश्व के कई देश इस उच्च तकनीक का पूरी सुरक्षा के साथ प्रयोग कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि क्रॉपलाइफ इंडिया भारतीय व अंतर्राष्ट्रीय फसल सुरक्षा उत्पादों का निर्माण, बिक्री, विपणन और निर्यात करने वाली 18 कंपनियों का एक संघ है। इन 18 कंपनियों की भारतीय कीटनाशक उद्योग में 70 प्रतिशत हिस्सेदारी है और भारत में आने वाले नये कीटनाशकों के प्रस्तुतिकरण में 90 प्रतिशत इन कंपनियों की हिस्सेदारी है। सदस्य कंपनियाँ नये कीटनाशकों के अनुसंधान और विकास में विश्व स्तर पर वार्षिक लगभग 6 बिलियन यूएस डॉलर का खर्च करती हैं।
भारतीय किसान जल्द ही अपने खेतों में ड्रोन से फसल सुरक्षा उत्पादों का छिड़काव कर सकेंगे: वरिष्ठ कृषि अधिकारी