अगले दो वर्षों में 40 से 60 नए उत्पाद उतारेगा अमूल

Amul Dairy Products


अगले दो वर्षों में 40 से 60 नए उत्पाद उतारेगा अमूल



वर्ष 2021 तक वार्षिक व्यवसाय 50,000 करोड़ रुपये करने का लक्ष्य
नये उत्पादों में योगर्ट, कुकीज, नान खताई, ताजा मिठाई और दूध आधारित पेय शामिल
फल आधारित मिल्कशेक ट्रू ब्रांड को आगे बढ़ाया जाएगा
99.99 प्रतिशत कोकोआ वाली डार्क चॉकलेट लायेगी
हर महीने दो नए उत्पाद या वर्तमान उत्पादों से जुड़े अन्य उत्पाद प्रस्तुत किए जाएंगे
अगले पाँच वर्षों के दौरान 2,500 से 3,000 करोड़ रुपये का निवेश
प्रतिदिन दूध का संग्रहण 2.3 करोड़ लीडर से बढ़ाकर 2.5 करोड़ लीटर करने की योजना
भविष्य में हर साल दूध खरीद 8 से 12 प्रतिशत बढ़ाने की योजना



कोलकाता, सोमवार, 2 सितम्बर 2019। अमूल ब्रांड के नाम से अपने उत्पादों की बिक्री करने वाली गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क विपणन फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) ने अगले दो वर्षों में 40-60 नए उत्पाद बाजार में उतारने की योजना बनाई है। कंपनी का मानना है कि इससे उसे वर्ष 2021 तक अपना कारोबार 50,000 करोड़ रुपये तक पहुँचाने में मदद मिलेगी। कंपनी ने पिछले चार साल के दौरान 101 नए उत्पाद उतारे हैं। कंपनी का चालू वित्त वर्ष में भी अपनी आमदनी 21 प्रतिशत बढ़ाकर 40,000 करोड़ रुपये तक पहुँचाने का महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य है। उसकी आमदनी वित्त वर्ष 2017-18 में 29,225 करोड़ रुपये रही थी। कंपनी जो उत्पाद लाने की योजना बना रही है, वे मुख्य रूप से योगर्ट, कुकीज, नान खताई, ताजा मिठाई और दूध आधारित पेयों की श्रेणियों से संबंधित हैं। इन उत्पादों में से अधिकतर में मोटा मार्जिन है।
कंपनी ने देश के पश्चिमी हिस्से में बटर कुकीज की बिक्री शुरू करने के बाद इसे देश के अन्य हिस्सों में अगले वित्त वर्ष तक उतारने की योजना बनाई है। उसके बाद यह काजू, जीरा जैसे अन्य प्रकार के कुकीज लाएगी। कंपनी फल आधारित मिल्कशेक में अपने ट्रू ब्रांड को आगे बढ़ा रही है। यह डबल चॉकलेट, डार्क चॉकलेट समेत अन्य फ्लेवर भी शुरू करेगी। इसके अलावा एक ऐसी डार्क चॉकलेट भी लाने की योजना है, जिसमें 99.99 प्रतिशत कोकोआ होगा। कंपनी मिठाई के क्षेत्र में गुजरात में प्रायोगिक तौर पर कई उत्पाद शुरू कर चुकी है। वह  इन उत्पादों की देश भर में बिक्री करने पर विचार कर रही है। कंपनी इसके लिए तकनीकी नवोन्मेष और दूध की अधिक खरीद पर ध्यान देगी।
कंपनी के वरिष्ठ महाप्रबंधक (योजना एवं विपणन) जयेन एस. मेहता ने कहा, 'हमारी एक डेरी कंपनी है और आगे भी हम यही बना रहना चाहेंगे। आगे सभी उत्पाद डेरी क्षेत्र में ही तैयार किए जाएंगे। ये अगले दो वर्षों के दौरान बाजार में लाए जाएंगे।Ó कंपनी ने हर महीने दो नए उत्पाद या वर्तमान उत्पादों से जुड़े अन्य उत्पाद लाने की योजना बनाई है। श्री मेहता के अनुसार कंपनी अगले पाँच वर्षों के दौरान 2,500 से 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इसके तहत नए संयंत्र बनाए जाएंगे और दूध की खरीद बढ़ाई जाएगी। गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश में कम से कम सात नए संयत्र शुरू होने के आसार हैं।
श्री मेहता ने बताया, 'हम बिस्कुट और कुकीज का उत्पादन एक या दो संयंत्रों में कर सकते हैं और इनका देश भर में वितरण कर सकते हैं। लेकिन यह ताजा मिठाई या योगर्ट के समान नहीं है, जिन्हें थोड़े समय ही खराब होने से बचाया जा सकता है। इसलिए हम नए संयंत्रों में निवेश करेंगे और उसके लिए हमें बैकएंड मजबूत करने की जरूरत होगी।Ó इस समय कंपनी प्रतिदिन 2.3 करोड़ लीडर दूध का संग्रह करती है, जिसे उसने 2.5 करोड़ लीटर प्रतिदिन करने की योजना बनाई है। श्री मेहता ने कहा कि अमूल ने निकट भविष्य में हर साल दूध खरीद 8 से 12 प्रतिशत बढ़ाने की योजना बनाई है। कंपनी ने पश्चिम बंगाल जैसे दूध की किल्लत वाले राज्यों में भी दूध की खरीद बढ़ाने की योजना बनाई है। इस राज्य में कंपनी अभी रोजाना 5 लाख लीटर दूध की खरीद करती है और उसने अगले एक वर्ष में 7 लाख लीटर करने की योजना बनाई है।